कैमूर – साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिये खोले गये थाने का एसपी ने किया उदघाटन…

कैमुर जिले में साइबर क्राइम करने वाले अपराधियों पर पुलिस का वार अब सीधा होगा. साइबर ठगी के बाद अब साइबर थाने की पुलिस एक्शन लेगी. हाईटेक मशीन और साइबर एक्सपर्ट से लैश थाने में केस दर्ज करने के साथ ही पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देगी. इसके लिए मुख्यालय के आदेश पर शुक्रवार को भभुआ सदर थाना परिसर में साइबर पुलिस थाने की शुरुआत की गयी.कैमुर एसपी ललित मोहन शर्मा द्वारा फीता काट कर साइबर थाने का विधिवत उदघाटन किया गया. साइबर पुलिस थाने में कई तकनीकी मशीन के साथ काबिल एक्सपर्ट भी तैनात किये गये हैं.भभुआ सदर एसडीपीओ शिव शंकर कुमार को इस साइबर थाने का पहला थानाध्यक्ष नियुक्त किया गया है.शुक्रवार को साइबर थाने के उदघाटन के दौरान एसडीपीओ मोहनिया फैज अहमद खान,भभुआ एसडीपीओ शिव शंकर कुमार,सार्जेंट मेजर मनोज,इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष भभुआ रामानन्द मण्डल,रामगढ़ थानाध्यक्ष राम एकबाल सिंह,महिला थानाध्यक्ष पूनम कुमारी,चैनपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार,सोनहन थानाध्यक्ष राकेश कुमार रौशन,बेलांव थानाध्यक्ष विनय कुमार सहित सभी पुलिस पदाधिकारी व जवान उपस्थित रहे. =साइबर फ़्रॉड में फंसने व तत्काल कार्रवाई के लिये डायल करे 1930 साइबर पुलिस थाने के उदघाटन के मौके पर एसपी ललित मोहन शर्मा की ओर से साइबर फ्रॉड के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी. उन्होंने साइबर अपराध करने के तरीके से लेकर बचाव के उपाय की भी जानकारी दी। कहा कि साइबर क्राइम के बाद पैसे वापस करने के कुछ नियम होते हैं। अगर फ्रॉड होने के 24 घंटे के अंदर नेशनल साइबर हेल्प लाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा दी जाती है, तो शत प्रतिशत पैसे की वापसी हो जाती है.उसी तरह तीन दिन पर अलग नियम है। उन्होंने कहा कि फ्रॉड होने के 24 घंटे के अंदर हेल्प लाइन 1930 पर अपनी डिटेल्स शिकायत जरूर दर्ज करा दें। साइबर थाना में भी तत्काल डिटेल्स शिकायत दर्ज करायें। पुलिस तत्काल कार्रवाई करेगी.एसडीपीओ शिव शंकर कुमार द्वारा भी साइबर अपराध के तरीके और बचाव के बारे में अहम जानकारी साझा की.कम्प्यूटर सम्बंधी विशेष जानकारी रखने वाले एसडीओपीओ ने बताया कि साइबर क्राइम ऐसी क्रिमिनल एक्टिविटी है, जिसमें कंप्यूटर, नेटवर्क डिवाइस या नेटवर्क के जरिए ठगी की जाती है। साइबर अपराधी इसके जरिए प्राइवेसी से लेकर पैसे तक उड़ा ले जाते हैं। डेटा हैकिंग, फिशिंग मेल, ओटीपी फ्रॉड और मोबाइल फ्रॉड जैसे तमाम अपराध हैं, जिन्हें साइबर अपराधी अंजाम देते हैं। साइबर क्राइम वास्तव में एक अपराध ना होकर विभिन अपराधों का समूह है।‌ उसमें हैकिंग, ऑनलाइन ठगी, फिशिंग, स्पैम ईमेल, रैन समवेयर, पोर्नग्राफी, ऑनलाइन ब्लैकमेल एवं इसी प्रकार के अन्य अपराध आते है.

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