झाझा नगर परिषद चुनाव में वोटरों को रिझाने के लिए प्रचार प्रसार हुआ कितने प्रत्याशियों ने आचार संहिता का उल्लंघन भी किया, 8 तारीख दोपहर 12:00 बजे से ही देर रात्रि तक वोटरों को रिझाने के लिए पैसे का खेल हो रहा था, इसी दरमियान उप चेयरमैन प्रत्याशी कुशाल खान एवं उनके पिता मोहम्मद मौजू खान अपने ऑफिस में एवं अपने घर पर वोटरों को रुपया बांट रहे थे, अनजान व्यक्ति के द्वारा 112 नंबर की प्रशासन की गाड़ी को फोन किया गया, प्रशासन आई भी एवं रुपए बांट रहे शराबी को पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा, बाबू बाक के मोहल्ले में मौजू खान के समर्थक का भीड़ लग गया एवं प्रशासन पर दबाव डालने लगा, एक दूसरे प्रत्याशी में बहस भी हुई, 112 नंबर की टीम ने झाझा थाना अध्यक्ष को बुलाया, पुलिस शराबी रुपए बांटने वाले समर्थक को, 112 की टीम ने साहस करते हुए आरोपी को तो ले गया परंतु रास्ते में ही झाझा थाना अध्यक्ष के हस्तक्षेप बाद छोड़ दिया गया, आखिर प्रशासन करेगी क्या वोटर यदि पैसे ले रहे हैं तो प्रत्याशी बांट रहे हैं, थाना अध्यक्ष के पास भी जिम्मेदारी जिम्मेवारी रहती है की चुनाव शांतिपूर्ण ठीक-ठाक हो, थाना अध्यक्ष के पहुंच के बाद स्थिति संभली, एवं एक अन्य चेयरमैन प्रत्याशी के लोगों के द्वारा मामला को संभाला गया, प्रशासन आखिर करेगी भी क्या तभी तो लोग एक ही जगह के हैं किसे आरोपी बना दें और किसे छोड़ दें दबाव में पुलिस को निर्णय लेना पड़ता है, एवं उस शराबी को छोड़ दिया गया, सवाल यह है कि मौजू खान के घर के पास ही दिन में भी रात में भी भीड़ का भीड़ लगा रहा, प्राप्त सूत्रों के हवाले से पता चला है कि 112 की टीम ने 150000/ रुपया पकड़ा परंतु दबाव में या मिलीभगत से पुलिस प्रशासन बयान देने से मना किया, यह आचार संहिता उल्लंघन का मामला है , पुलिस उक्त शराबी को जो शराब पिया हुआ था बिना जांच के उसे छोड़ दिया दीया अब ऐसा समय आ गया है क्या वोटर बिना रुपए लिए वोट नहीं देती है, यहां प्रत्याशी वोटरों को खरीदते हैं, चुनाव जीत जाने के बाद आम जनता को विकास नहीं नुकसान का उपदेश देते हैं, अभी भी सुधरने का मौका है आम जनता को बिना भेदभाव जाति पाती से उठकर बिना रुपए लेकर एक कर्मठ योग्य उम्मीदवार को वोट करें एवं झाझा नगर परिषद को स्वच्छ सुंदर बनाएं सभी जनता का पावर इज्जत सम्मान कायम रहेगा
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