धनबाद -निरंतर कार्य बोझ से कार्यक्षमता का ह्रास होता है-मो ज़्याऊद्दीन बालासोर मृत रेल यात्रियों और

पिछले शुक्रवार दो जून की शाम को ओडिशा के बालासोर के नजदीक कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी में भीषण टक्कर हो गई। इस हादसे में 275 लोगों की मौत हो गई तथा हजारों की संख्या में लोग घायल हुए। इस भीषण हादसे में कोरोमंडल एक्स्प्रेस ट्रेन के लोको पायलट जी एन मोहंती की भी भुवनेश्वर के अस्पताल में ईलाज के दरमियान मृत्यु हो गई। सहायक लोको पायलट हजारी बेहरा का पैर टूट गया है। बुधवार संध्या को ईसीआरकेयू धनबाद शाखा – टू के सदस्यों ने शाखा कार्यालय में उपस्थित होकर मृत यात्रियों और रेलकर्मियों की स्मृति में दो मिनट का सामुहिक मौन रखकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री मो ज़्याऊद्दीन, सहायक महामंत्री ओमप्रकाश तथा केन्द्रीय कोषाध्यक्ष सह जोनल सेक्रेटरी एआईआरएफ ओ पी शर्मा उपस्थित रहे। मो ज़्याऊद्दीन ने उपस्थित रेलकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह भीषण दुर्घटना मन को आहत करने वाला है। घटना के विस्तृत और सघन जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि इसके पीछे क्या कारण रहे। लोको पायलट, ट्रैक मेन्टेनर तथा सिगनल विभाग के रेलकर्मियों को निर्धारित काम के घंटों के अतिरिक्त हर बार काम करने के लिए बाध्य किया जाता है जिससे उनकी कार्यक्षमता घटती है।उन्हें उचित विश्राम नहीं मिल रहा है जिससे उनकी मानसिक स्थिति और निर्णय लेने की शक्ति कमजोर हो रही है। इन सब का बुरा प्रभाव ट्रेन परिचालन पर दिखने लगा है। ईसीआरकेयू के केन्द्रीय कोषाध्यक्ष सह एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार को चाहिए कि संरक्षा श्रेणी के 1.40 लाख रिक्त पदों पर जल्द से जल्द बहाली करे ताकि संरक्षा कार्यों में कार्यरत कर्मचारियों पर काम का बोझ कम हो सके और वे अपनी संपूर्ण क्षमता और मानसिक जागरुकता के साथ सुरक्षित ट्रेन परिचालन कर पाने में सक्षम हो सकें। तभी रेलयात्री भी अपनी सुरक्षा के विश्वास के साथ रेलयात्रा करने के प्रति निश्चिन्त हो सकेंगे। इस शोक सभा में सहायक महामंत्री ओमप्रकाश, शाखा अध्यक्ष एन के खावस शाखा सचिव सोमेन दत्ता पूर्व शाखा अध्यक्ष टी के साहु, पूर्व शाखा सचिव ए के दा सहित वरीय सदस्य सरयू प्रसाद,एस मंजेश्वर राव,इंदरजीत प्रजापति,अजय सिंह,एके दास,एसके महतो,गुड्डू कुमार,रीतलाल गोप उपस्थित थे।

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