ईसीएल के पांडवेश्वर क्षेत्र के खोट्टाडीही में एक नया ओपन पिट माइंस का उद्घाटन किया गया। ईसीएल सूत्रों के मुताबिक इस ओपन पिट माइंस से सीएमएटी और जेएमसीटी नाम की दो निजी कंपनियों के जरिए कोयला निकाला जाएगा। इस ओपन पिट खदान की कार्य अवधि 2 वर्ष रखी गई है। पांडवेश्वर क्षेत्र के बिलपहाड़ी गांव के पुनर्वास के कारण उस स्थान पर जगह खाली हो गया था जहां यह ओपन पिट माइंस हुआ है। 2 साल में 41 लाख क्यूबिक मीटर मिट्टी काटी जाएगी और कोयला खनन किया जाएगा। कंपनी सूत्रों के अनुसार कोयला खदानों में 33 लाख 8 हजार का भंडार है। परियोजना की अनुमानित लागत 40 करोड़ रुपये है। वही निजी कंपनियों के द्वारा हो रहे इस माइंस के कर्णधार में से एक विश्वरूप डे ने कहा कि इस आयोजन में क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को काम करने का मौका मिलेगा.क्षेत्र की आने वाली पीढ़ियों के लिए इस खदान का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान पांडवेश्वर विधानसभा के विधायक एवं पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, आसनसोल रामकृष्ण मिशन के सचिव महाराज स्वामी समतमानंद जी, ईसीएल पांडबेश्वर क्षेत्र के महाप्रबंधक ए.एन.नायक, आईएनटीटीयूसी पांडबेश्वर पब्लॉक अध्यक्ष रामचरित पासवान, पंडाबेश्वर ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस के सभापति किरीति मुखर्जी मुख्यरूप से उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के दौरान पांडवेश्वर के विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने कहा कि इन निजी खदानों ने स्थानीय पांडवेश्वर सहित औद्योगिक क्षेत्र के आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाई है. लेकिन इसके साथ ही ईसीएल को सख्त लहजे में चेतावनी दी कि अगर क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को किसी तरह से वंचित किया गया तो इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। और अधिकारियों के द्वारा क्षेत्र के लोगों की सामाजिक सामान्य मांगों का पालन किया जाना चाहिए
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