लोयाबाद – नर्क से भी बद्दतर है एकड़ा की बजबजाती नालियाँ सुधि लेने वाला कोई नही

धनबाद नगर निगम अंतर्गत वार्ड संख्या 8 के एकड़ा में लोग इन दिनों गंदगी का द’स झेलने को मजबूर हो गए है। एक ओर सरकार स्वच्छ भारत की कल्पना करती है और दूसरी ऒर गन्दी नालियों की साफ सफाई को नजरअंदाज कर रही है। नालियों से पनप रहे बिमारियों को गले लगाना , इनके दुष्प्रभाव के जाल में ही जीवन बिताना , आखिर ये कब तक झेलना पड़ेगा , आखिर कब तक,,, ये मामला है धनबाद नगर निगम की वार्ड नं 8 के एकड़ा स्थित काली मंदिर समीप रह रहे स्थानीय लोगों का , जिन्होंने बताया कि यहाँ के नालियों का इतना बुरा हाल है कि जगह जगह कचरे का ढेर लग गई है हल्की बारिश होने की देर है, नाली का पूरा पानी घर के भीतर घुस जाता है, निरंतर सफाई नहीं होने के कारण इनकी स्थिति बद्दतर है, स्थानीय लोगों द्वारा नगर निगम कर्मियों से से कई बार शिकायत की जा चुकी है किन्तु किसी के कान में जूँ तक नहीं रेंगी , शहर में नालियों की ये अवस्था हो गयी है कि कहते हुए भी अपनी नाक को सिकोड़ना पड़ जाता है क्योंकि हम एक ऐसे समाज में नहीं रह सकते जहाँ समाज के ठेकेदार समाज को बुलंदी में ले जाने की बजाय गर्त में हीं रखने को हीं अपनी समझदारी समझते हैं। जबकि नगर निगम द्वारा साफ-सफाई संबंधित समस्या निदान के लिए छाता टॉड अंचल में एक कार्यपालक पदाधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं जो मात्र अपनी उपस्थिति दर्ज कर कार्यालय से प्रतिदिन नदारद रहते हैं। हमारी समस्या को गंभीरता से संज्ञान लेने वाला कोई नहीं है। यहां के जनप्रतिनिधि विगत 10 सालों में सिर्फ अपनी जेब गरम करने में मशरूफ रहे , सिर्फ खानापूर्ति हीं हुई है अभी तक हमारे इलाके में, जिसकी कड़ी निंदा करते हैं हम, तमाम समस्याओं को बताते हुए लोगों ने अपनी बात कही मौके पर सैबुन खातून, दीपक मालाकार वीना देवी, पूर्णिमा देवी, चमेली देवी, सलमा खातून,सोभा देवी, मंजू देवी, मेराज खान, नईम खान,पप्पू खान, जुमान मियां, पुष्पा देवी, आफताब आलम सहित दर्जनों लोग भी उपस्थित थे।

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