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संवाददाता रामेश्वर यादव बल्देवगढ़ मध्य प्रदेश
बल्देवगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे मरीज डाले भगवान भरोसे
सरकार कितने भी दावे कर ले स्वास्थ्य विभाग के लिए कितने भी पैसा खर्च कर ले लेकिन स्थिति कैमरे में कैद जो हम दिखा रहे हैं
बीएमओ सिद्धार्थ रावत के पास जब मरीज इलाज करवाने के लिए जाते हैं तो सीपीसी जाच के लिए लिखा जाता है जब जांच करवाने के लिए जाते हैं तो ऑपरेटर नहीं उपस्थित रहते हैं जब साहब से मीडिया सवाल करती है तो मशीन में खराबी बताई जाती है जब साहब मशीन बिगड़ गई है तो जांच के लिए क्यों लिखा जाता है
वही जब साधना न्यूज़ ने अस्पताल का कवरेज किया तो डिलीवरी रूम में पंखे कुछ खराब पड़े हुए हैं तो कुछ पंखे ही गायब हैं ऐसी स्थिति में मासूम सुसु बच्चे और उनकी मां की क्या स्थिति में वहां पर रहते होंगे यह बड़ा सवाल उठता है सरकार एक तरफ कहते हैं बच्चे ही देश का भविष्य है जब मासूम सुसु बच्चों को अस्पताल में इस प्रकार की सुविधाएं दी जा रही है गर्मी में किस प्रकार से बच्चे चिल्ला चोट कर रहे हैं और उनकी मां पर क्या गुजर रही है यह साहब को अभी पता नहीं है जब मीडिया ने साहब से बात की तो साहब कहने लगे के पंखे सभी ठीक जब मीडिया ने कहा कि हमारे पास वीडियो और फोटो कैद हे तो साहब ने कहा कि ऐसी लगवा दी गई जब ऐसी की बात कही के साहब कहां पर ऐसी लगी है तो साहब ने कहा ऐसी खराब हो गई है तो फिर मासूम बच्चे इस गर्मी के मौसम बरसात के मौसम में मच्छर मासूम बच्चे को उनकी मां को किस प्रकार से आघात पहुंचाते होंगे यह बड़ा सवाल उठता है
वही पानी की सुविधा किस प्रकार से है समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल में यह भी बड़ा सवाल उठता है जो वीडियो मे देख सकते हैं के फिल्टर कब से खराब पड़े हुए और पानी पीने के लिए मरीजों को पिलाने के लिए उनके परिजनों को कितने दूरी से भरने के लिए जाना पड़ता है क्योंकि बल्देवगढ़ अस्पताल में कोई भी पानी की सुविधा नहीं अभी जो सुविधाएं थी वह सब बिगड़ चुकी सरकार की जो योजना जिस प्रकार की सभी योजनाएं बिगड़ गई अब योजनाओं मैं बिगाड़ने में किसका हाथ किसकी लापरवाही है इसके ऊपर शासन को ध्यान देना चाहिए वहीं अस्पताल समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बल्देवगढ़ में गंदगी का भी लगा अंबार
वही एक और सवाल उठता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डॉ के लिए सरकार ने करोड़ों रुपया खर्च किए थे जो बिल्डिंग दर-दर स्थिति में खड़ी है क्योंकि वहां पर डॉ रहते ही नहीं है शाम के 6: बजने के बाद डॉ वहां से रफूचक्कर हो जाते हैं 7:00 बजे के बाद बल्देवगढ़ अस्पताल में कोई सीनियर डॉ रहता ही नहीं बल्देवगढ़ अस्पताल रह रही है भगवान भरोसे
बाइट मरीजों के परिजनों
बाइट सिद्धार्थ रावत बीएमओ बल्देवगढ़