गौरतलब है कि आज औरंगाबाद में पंडित दीनदयाल उपाध्याय गया रेलखंड अंतर्गत मई एवं औरवां गांव के बीच रेलवे लाइन के किनारे एक 17 वर्षीय युवती का शव पुलिस ने बरामद किया है , प्रथम दृष्टिय पुलिस ने ट्रेन से गिरकर हुई मौत समझ कर अज्ञात शव मानकर यूडी केश दर्ज करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराया. इसी बीच मृतक की पहचान हो गई।मृत किशोरी की पहचान जाखिम के सलेमपुर गांव निवासी रामजी साव की 17 वर्षीया पुत्री आरती कुमारी के रूप में की गई है . इस मामले में मृतक का भाई मनोज कुमार ने बताया कि मेरी बहन आरती कुमारी विगत 23 अप्रैल से लापता थी।इसके बाद मैं अपनी बहन के मोबाइल के व्हाट्सएप एवम इंस्टाग्राम के मैसेज को देखा तो पता चला कि पौथु थाना क्षेत्र के भेटनिया गांव निवासी नीरज कुमार मेरी बहन को व्हाट्सएप एवम इंस्टाग्राम पर मैसेज के माध्यम से धमकी देते हुए ब्लैकमेल करता था।जिसका साक्ष्य मोबाइल में उपलब्ध है. उसने यह भी बताया कि 24 अप्रैल को ही साम में मेरी बहन किसी के मोबाईल से मेरे पास फोन की सुर बताई की मैं हाजीपुर पटना में हूँ।तो मैंने अपने भाई के साथ पटना गया लेकिन वह वहाँ नही मिली।इस दौरान तीन चार और अन्य मोबाईल से भी बात हुई कि मैं यहाँ हूँ, लेकिन नहीं मिली।इसी बीच आज रेलवे लाइन के पास शव मिलने की सूचना मिली जब मैंने शव को देखा तो वह मेरी बहन का ही शव था जिसके साथ दुष्कर्म कर हत्या कर दिया गया है और साक्ष्य छुपाने के नीयत से रेलवे लाइन किनारे शव को फेंक दिया गया है. वही रफीगंज थानाध्यक्ष गुलफान अली ने बताया कि हमे यह सूचना मिली की मई गुमटी के पास एक किशोरी की शव पड़ा हुआ है , जिसे मैं अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम करवा कर शव को परिजनों को सौंप दिया हूँ. हलाकि उसने यह भी बताया कि मृतिका के भाई के द्वारा एक आवेदन दिये जाने पर प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया है और घटना की तहकीकात किया जा रहा है।
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