गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई झाझा के द्वारा उत्क्रमित मध्य विद्यालय घोरमारा में पहुंचकर विद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर बवाल काटा। मौके पर नगर मंत्री हरिनंदन प्रजापति ने कहा कि घोरमारा एक अत्यंत पिछड़ा क्षेत्र है ऐसे में यहां के प्राचार्य के द्वारा आम छात्र छात्राओं का मनमाने तरीके से शोषण करती है विद्यार्थी परिषद को जब पूरा मामला संज्ञान में आया तो आज हम सभी कार्यकर्ता मिलकर इनका विरोध किया जब आठवी वर्ग के आम छात्र- छात्राएं एसएलसी मांगने जाते हैं तो विद्यालय प्रशासन द्वारा डांट कर भगा दिया जाता है और कहते हैं जाओ जो करना है कर लो अभी हम फुर्सत में नहीं है अभी नहीं देंगे एसएलसी ऐसे विभिन्न प्रकार की समस्या का अंबार फैला हुआ है न ही विद्यालय में मध्यान भोजन बनता है यहां के शौचालय भी अव्यवस्थित है छोटे-छोटे बच्चों को शौच के लिए झाड़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता जब विद्यालय पहुंचा तो समय से पूर्व विद्यालय को बंद पाया। इससे साफ पता चलता है कि वहां के शिक्षक शिक्षा के प्रति कितना उदासीन है। मौके पर नगर कार्यकारिणी सदस्य धंनजय यादव, राजेश यदुवंशी, कार्तिक कुसुम ने सम्मलित रूप कहा कि विद्यालय प्रशासन मनमानी में सुधार नहीं लाएंगे तो हम सभी विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता छात्र हित को देखते हुए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे आगे उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी वह प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि इस विद्यालय का जायजा लेकर मूलभूत कमी को 48 घंटों के अंदर पूरा किया जाए जिससे छोटे-छोटे दलित शोषित परिवार के बच्चों को शिक्षा का लाभ मिल सके। जब जब छात्रों का दोहन हुआ है विद्यार्थी परिषद कदम से कदम मिलाकर सहयोग में साथ खड़ी नजर आती है। मौके पर साजन कुमार,अजीत कुमार, अमन कुमार, संजीव कुमार ,शिवानी कुमारी ,अरुण कुमार ,रंजन कुमार, निभा कुमारी, प्रिया कुमारी ,अंशु कुमारी ,नीतू कुमारी ,सुदामा कुमारी, शुभम यादव सहित दर्जनों ग्रामीण उपस्थित रहे।
Posted inBihar