औरंगाबाद में कुटुंबा प्रखंड क्षेत्र के पंचायत समिति सदस्यों ने पंचायती राज विभाग के पदाधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है और समिति सदस्यों ने प्रखंड कार्यालय में जमकर बवाल काटा सदस्यों ने प्रखंड प्रमुख एवं बीपीआरओ पर कमीशनखोरी तथा योजनाओं में बंदरबांट करने का आरोप लगाया है। ग्राम पंचायत अंबा के पंचायत समिति सदस्य अतुल पांडेय ने बताया कि बीपीआरओ प्रमुख के साथ मिलकर राजनीति कर रहे हैं. और पैसा लेकर पंचायत समिति की योजनाओं का रेकड़ खोल रहे हैं. ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारियों के कारण ही बिहार सरकार की योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पा रही है. जिससे जनता की नजर में सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. वही ग्राम पंचायत वर्मा के पंचायत समिति सदस्य अजय कुमार मेहता ने कहा है कि आज प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी जनप्रतिनिधियो की बात सुनने को तैयार नही हैं. जिसका जिम्मेवार बीपीआरओ एवं प्रमुख हैं. उसने कहा कि बिना बीपीआरओ के साइन के ही खुल जाती है योजना, हालांकि इस मामले पर बीपीआरओ हरेंद्र चौधरी ने बताया कि पंचायत समिति सदस्यों ने ढुलमूल रवैया अपनाए हुये है, उसने यह भी बताया है कि मैं किसी भी तरह के योजना पर साइन नहीं किया हूँ. हलांकि योजना खोले जाने की बात पर उन्होंने क्लर्क को फटकार भी लगाया है. वही इस मामले पर पंचायत समिति सदस्य अतुल पांडे ने कहा कि कमीशनखोरी के चक्कर में अधिकारी के द्वारा अपने चहेतों समिति सदस्य को लाख की योजना खोला गया है। जबकि हर क्षेत्र में योजनाओं का बंटवारा बराबर होना चाहिए। इसी तरह विगत दो वर्षों में बीपीआरओ और प्रमुख की मिलीभगत से एक-दो पंचायत में करोड़ों का योजना खोलकर प्रखंड क्षेत्र के अन्य पंचायतों के विकास को बाधित किया है उसने बताया कि सभी योजना में 23 प्रतिशत कमीशन लेते हैं पदाधिकारी और कमीशन के बगैर कोई काम नहीं होता है जिसको लेकर कुटुम्ब प्रखंड के तकरीबन सभी पंचायत समितियों ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाया है और उचित जाँच कर भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग किया है
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