वैशाली में मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने केन्द्र सरकार की योजनाओं पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में प्रति लाभार्थी 5 किलो अनाज प्रति महीने मिलना होता है, लेकिन पदयात्रा करते हुए मैंने ये पाया की वैशाली 7 वां जिला है और पूरे बिहार में ये देखने को मिल रहा है कि लाभार्थी को 5 किलो की जगह 4 किलो ही अनाज मिल रहा है। ये स्थिति इसलिए है क्योंकि जो अनाज प्रखण्ड और जिलों के स्तर पर आ रहा है उसमें जनप्रतिनिधि और अधिकारी 40 रुपये प्रति कुंटल कमीशन ले रहे हैं। इस भ्रष्टाचार में जनप्रतिनिधियों में ज्यादातर विधायक भी शामिल हैं। विधायकों का 6 से 8 रुपये प्रति कुंटल कमीशन है। हर जिले में अनाज को पैसे में बदलकर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों तक पहुंचने के लिए एक अनाज माफिया बन गया है, जिसमें 5 किलो की जगह 4 किलो अनाज लाभार्थी को मिल रहा है। जिसमें आज 20 प्रतिशत की चोरी हो रही है।
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