क्षेत्र में सिंचाई का सबसे बड़ा साधन नहरे ही है। बड़े पैमाने पर नहरों के माध्यम से सिंचाई की जाती है लेकिन वर्तमान में कई नहरों की स्थिति ख़राब हो गई है। पर्याप्त रखरखाव के आभाव में नहरे जर्जर हो चुकी है। ओंकारेश्वर नहर परियोजना मोगावा संस्था क्रमांक 6 टीसी नंबर 8 की नहर की स्थिति बहुत ज्यदा ख़राब हो चुकी है अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेन्द्र खाटरिया, उपाध्यक्ष सियाराम मलगाया, ने कहा कि मोगावा टीसी नंबर 8 से जो सांघी तक नहर जा रही है। उसमे मरमत और सफाई की बहुत आवश्यकता है लेकिन अधिकारीयो को ज्ञापन भी दिया उस पर कोई ध्यान नही दे रहे है कही जगह नहर के एक तरफ रास्ता भी नही है जिससे खेतो में अन्नदाता को आने जाने में बहुत परेशानी होती है बेलगाडी बारिस के समय निकलने में परेशानीयो का सामना करना पड़ता है नहरों का निर्माण 2004 में हुआ था सन 2023 आज तक ना मरमत न सफाई हुई है नहर के रास्ते के पुल जमीन में धस चुके है और अधिकारी गहरी नींद में सोये है। नहर में 18 वर्ष से अधिक का समय हो गया है लेकिन उनमें अभी तक रखरखाव के अभाव में नहर जगह जगह जर्जर और अनेक स्थानों पर बड़े झाड़ और झाड़ियां पनपन चुकी हैं। प्रशासन को चाहिए कि मरम्मत करवाये। ताकि बारिस में किसानो को परेशानी नही हो। संस्था सचिव योगेश श्रीवास्तव ने बताया की साफ सफाई का कार्य 2015-16 से अभी तक नही हुआ अभी जो नयी कार्यकारिणी है। उनके हाथ में नही आयी उसको आभी 1 महिना लगेगा जो की अभी भी नहर का कार्य ठेकेदार के अधीन है विभाग को नहर अभी हेंड ओवर नही हुई है। प्रकिया में है। वही नहर की मरम्मत व साफ सफाई को लेकर स्टीमेट बनाकर वरिष्ट अफसरों को भेजा गया है जल्द ही इस संबध में करवाई होगी अगले दो से तीन माह में नहरे दुरुस्त हो जाएगी वही नहर अध्यक्ष और सदस्यों ने कहा कि अगर जल्दी मरम्मत का कार्य शुरू नही हुआ तो हम लोग धरना प्रदर्शन करेंगे।
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