ग्वालियर क्राइम ब्रांच थाना सिरोल थाने में शिफ्ट हो गया है। 14 साल से थाना एसपी दफ्तर परिसर में था। अचानक उसकी इमारत बदल दी गई है। ऐसा क्यों हुआ। इसकी ठोस वजह नहीं बताई जा रही है। थाने को शहर के अंदर से बाहरी इलाके में शिफ्ट करना पुलिस कर्मियों को भी चौंका रहा है। वीओ-दरअसल क्राइम ब्रांच की जिले में शुरूआत 14 साल पहले तत्कालीन एसपी ए साईं मनोहर के कार्यकाल में हुई थी। तब से क्राइम ब्रांच का थाना एसपी दफ्तर में ही संचालित था। लेकिन अब यहां पुलिस अधीक्षक कार्यलय में क्राइम ब्रांच थाना अब सिरोल थाने की पहली मंजिल पर पहुंच गया है। रविवार को छुट्टी वाले दिन पुराने थाने से काफी सामान समेटा गया। एसपी दफ्तर में हवालात नहीं थी। अपराधियों को पड़ाव थाने की हवालात में रखना पड़ता था। इसमें जोखिम था। सिरोल थाने में ऊपरी मंजिल पर क्राइम ब्रांच थाना रहेगा और वहीं थाने की हवालात में अपराधी बंद होंगे। पुलिसकर्मियों का कहना है सिरोल थाने में शिफ्टिंग से हवालात की समस्या तो खत्म हो गई है। वहीं पुलिस अधीक्षक का कहना है कि क्राइम ब्रांच की पुरानी बिल्डिंग में जगह कम थी इसलिए उसे सिरोल थाने में शिफ्ट किया गया है और जगह बढ़ने से क्राइम ब्रांच की कार्य क्षमता भी बढ़ेगी। इसके साथ ही क्राइम ब्रांच टीम की भागदौड़ खत्म नहीं होगी, क्योंकि साइबर यूनिट और सीसीटीनएस पुराने थाने की इमारत में ही रहेगी। जिससे आने वाले फरियादियों को सिरोल थाने नहीं जाना पड़ेगा और उनकी एफआईआर यही पुरानी इमारत में काटी जाएगी। वही सवाल उठ रहा है थाने की इमारत बदलना थी तो शहर के अंदर कई थानों में काफी जगह है। उनमें थाना शिफ्ट किया जा सकता था। लेकिन सिरोल थाना तो शहर के आउट में है। सुनसान, सन्नाटे में थाने को अचानक ले जाने की जरूरत क्या पड़ी इस पर लोग समझ नहीं पा रहे है।
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