चिरकुंडा नगर परिषद के अध्यक्ष डब्लू बाऊरी ने कुमारडूबी ब्रिज निर्माण को लेकर उठाया सवालिया निशान। उन्होंने बताया कि ब्रिज 5 वर्षीय योजना की होती है लेकिन इसे 10 वर्षीय योजना के तहत ठेकेदार द्वारा घटिया कार्य के कारण बृज में पड़ी दरार आगे कभी भी अप्रिय घटना घट सकती हैं। और टर्निंग प्वाइंट सटे होने के कारण हमेशा दुर्घटना होने की संभावना बनी रहेगी। ठेकेदार और जेई के द्वारा क्वालिटी और क्वांटिटी में घपलेबाजी के कारण चौड़ीकरण भी कम किया गया जिसके कारण दरार पैदा हो गई इस ब्रिज पर उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए जबकि घटिया निर्माण को लेकर मामला विधानसभा में भी उठाई गई थी फिर भी सरकार चुप्पी साधे हुए। ब्रिज के ऊपर ना ही लाइट, रेडियम एवम ब्रेकर जैसे अन्य सुविधा के बिना ही आवागमन चालू कर दी गई है ठेकेदार और जेई को फोन लगाने के बाद भी नहीं उठाते है। यह ब्रिज लाइफ लाइन हैअगर कोई घटना घटती है तो इसकी भी जिम्मेदार प्रशासन होगी
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