मुंगावली के किसानों ने अपनी अपनी ट्रॉली मंडी में लगाते हुए नियम व कानून से अपने-अपने ट्रेक्टर सही तरीके से जमा कर और व्यापारियों की डाक का इंतजार किया वहीं पर डाक द्वारा गड़बड़ी हुई गेहूं की जगह सरसों लिखी गई और कम वजन लिखा गया जिसके चलते कुछ किसानों ने पूछताछ की जवाब मांगा तो कोई रिस्पांस नहीं आया तब किसानों ने मिलकर मंडी जिम्मेदार अधिकारी से बात करने की कोशिश की किसान चौबीसों घंटे 456 महीने काम करता है और एक दिन मंडी में अपना अनाज लाता है अगर उसमें भी गड़बड़ी हुई तो किसान कहां जाए इसके चलते कुछ किसानों ने अपना हक भी मांगा जो कि कोई सुनने वाला नहीं है किसानों के लिए कोई साथ देने के लिए तैयार नहीं है लेकिन किसानों के साथ लेने के लिए तैयार है यह पूरी बात सारे किसानों द्वारा बताई गई
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