रजरप्पा स्थित सिद्धपीठ छिन्नमस्तिके मंदिर में चैत नवरात्र के अवसर पर आज माँ भगवती की नवम रूप सिद्धिदात्री की विधिवत पूजन अर्चन की गई। इस दौरान विभिन्न जगहों से आए सैकडों श्रद्धालुओं ने माता रानी के चरणों में मत्था टेक अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना किया। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी माँ सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना के बाद मंदिर के निकट स्थित पंचवटी में मंदिर न्यास समिति की ओर से विशेष भंडारे का आयोजन किया गया। इसके बाद पूरे भक्ति भाव से नव कन्याओं को माता का स्वरूप बनाकर उन्हें लाल चुनरी ओढ़ाकर भोजन कराते हुए दक्षिणा समर्पित कर आशीर्वाद लिया गया। साथ ही इस भंडारे में मंदिर पहुंचने वाले सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और माता रानी से आशीर्वाद लेकर भावविभोर हुए। इधर छिन्नमस्तिके मंदिर में विशेष फूलों से की गई सजावट को श्रद्धालु बार-बार निहारते देखे गए। वहीं दोपहर में लगने वाले भोग के समय पूरे मंदिर परिसर का भक्तिमय वातावरण बन गया और श्रद्धालु पूरे उल्लास उमंग में नजर आए। ढोल नगाड़ा और झांझ मंजीरों की आवाज पर श्रद्धालु माता रानी के जय जयकारों के साथ मंदिर परिसर को गुंजायमान कर रहे थे।मंदिर में पूजा अर्चना करने आए एक श्रद्धालु ने बताया कि आज का दिन बहुत ही पवित्र है क्योंकि एक तरफ रामनवमी की धूम है तो दूसरी तरफ माता के नौवें रूप की पूजा हो रही है। वहीं मंदिर न्यास समिति के प्रमुख पुजारी सुबोध पंडा ने बताया कि आज माता के दरबार में नौवें स्वरूप की पूजा के बाद भोग लगाया गया भव्य भंडारे का आयोजन हुआ इसके बाद नौ देवियों को माता का स्वरूप बनाकर कन्या पूजन की गई।
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