बिहार बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है। एक तरफ बधाई का तांता लगा है। दूसरी ओर महागठबंधन की ओर से तंज कसने का दौर शुरू हो गया है। सम्राट के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही राजद प्रवक्ता यादवेंदु ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का पुराना इतिहास रहा है जैसे लालकृष्ण आडवाणी और उमा भारती को भी ठिकाने धरा दिया गया। भारतीय जनता पार्टी को बनाने वाले थे और जनसंघ के समय से लोगों ने खून पसीना एक कर जनता पार्टी को सींचने का काम किया था। भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा समाज के वैसे नेताओं को किनारा करने का काम किया है जो आज मूकदर्शक की भूमिका में दिख रहे है। लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती अब कहां चली गई कुछ पता नहीं चल सका है। देश में भारतीय जनता पार्टी किसी स्थिति में पिछड़ा दलित समाज के लोगों को तरजीह देने की स्थिति में नहीं है। आखिरकार संजय जयसवाल प्रेम कुमार को भी बैठा ही दिया। अब नए प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी हुए है।जब प्रेम कुमार जैसे लोग पूरे जनसंघ के समय से बिहार में अपना जीवन लगा दिया वैसे लोगो को भी जब बीजेपी ने नहीं बख्शा तो सम्राट चौधरी का क्या होगा। बिहार लोकतंत्र की जननी है और बिहार देश का राजनीति तय करता है। भाजपा यह सोचती है कि सम्राट चौधरी को बनाकर बहुत बड़ा तीर मार ली है तो वह कदापि यह भूल ना करें क्योंकि वह लालू यादव के पाठशाला से पढ़े हुए विद्यार्थी हैं लालू यादव ने उन्हें पहली बार मंत्री भी बनाया था उनके पिता राष्ट्रीय जनता दल में थे।
Posted inBihar