कसडोल संवाददाता गोपाल साहू
स्लॉग :- सिद्धखोल जल प्रपात
एंकर- एक ऐसा नजारा जिसे देखकर प्राकृतिक के गोद मे समाने का मन करेगा, एक ऐसा नजारा जहाँ आकर वही का हो जाने का मन करेगा, प्रकृति से मन मोह लेने वाला मनोरम दृश्य हम आपको दिखाने जा रहे है। प्रकृति का ऐसा दृश्य जो जन्नत से कम नही है, चारो तरफ खामोशी और प्रकृति का सौंदर्य रूप पर्यटकों का मन मोह लेता हैं। वनों से आच्छादित है ये दुनिया यहाँ आने वाले पर्यटक यहां की खूबसूरत वादियों में खो जाती है।
पीटूसी :- बलौदाबाजार जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर की दूरी में स्थित है सिद्ध खोल जलप्रपात, जो अपने मनोरम दृश्य और खूबसूरती से पर्यटकों को लुभाती है, 40 फीट की ऊँचाई से गिरती जलप्रपात पर्यटकों के देखना का बेहद खूबसूरत नजारा है। सिद्ध खोल जलप्रपात को सिद्धबाबा के नाम से भी जाना जाता है, जलप्रपात का आनंद लेने पर्यटक जिले के आलावा हजारो की संख्या में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से इसे देखने आते है। सिद्ध खोल जलप्रपात घने जंगल के बीच स्थित है। सिद्ध खोल जलप्रपात के आस पास घने वन उसके प्रकृति खूबसूरती को और बढ़ा देती है, खासकर बरसात के दिनों में जलप्रपात की खूबसूरती सौ गुना बढ़ जाती है और बस पर्यटक यहां खिंचे चले आते है।
वियों :- यहाँ पर्यटकों के सुविधा के लिए वन विभाग द्वारा वाच टावर और छाया के लिए कुटी बनाया गया है, सुरक्षा के लिए चारो तरफ से काटा तार लगाया गया है। वाच टावर में चढ़ कर चारो तरफ का नजारा का आप आंनद उठा सकते है। यहाँ एक मंदिर भी है जहाँ लोग पूजा भी करते है और भगवान सिद्धबाबा का आशीर्वाद लेते है। 40 फीट के ऊँचाई से गिरता यह झरना कुदरत का अदभुत नजारा है। सिद्ध खोल जलप्रपात परिवारिक पिकनिक स्पॉट है, साल भर यहां पर्यटक बड़ी संख्या में पिकनिक मनाने आते है। और कुछ पर्यटक अपनी जान को जोखिम में डाल 40 फीट की ऊँचाई से नीचे पानी मे कुददते है। कुछ पर्यटक सेल्फी खिंचाने के लिए जलप्रपात के किनारे आ जाते है जो खतरों से खाली नही है। वन विभाग द्वारा मोटरसाइकिल और कार में आने वाले पर्यटकों से 10 से 20 रुपया शुल्क वसूला जाता है इसके बावजूद में यहां साफसफाई और शौचालय की कोई उचित व्यवस्था की कमी है। यहाँ कुछ ऐसे भी पर्यटक आते है जो शराब की शेवन कर गंदगी फैलाते है। पर्यटकों की हमेशा से मांग रहा है कि पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पुलिस और वन विभाग के कर्मचारियों की तैनाती जरूरी है। लेकिन अभी तक इस पर अमल नही हो सका ह
बाइट :- गजेन्द्र साहू (पर्यटक)
बाइट :- अमलेश कुमार बघेल (पर्यटक)
बाइट :- मनीष कुमार कश्यप (पर्यटक)