कौशाम्बी समर्थ किसान पार्टी नेता अजय सोनी ने प्रदेश सरकार द्वारा आलू के 650 रुपए प्रति कुंतल निर्धारित किए गए दाम को काफी कम बताते हुए प्रदेश सरकार से 1000 रुपए प्रति कुंतल आलू का दाम निर्धारित करने की मांग की है। एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से अजय सोनी ने प्रदेश सरकार द्वारा किसानो से आलू क्रय करने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि समर्थ किसान पार्टी ने किसानो से प्रदेश सरकार द्वारा आलू क्रय करने की पहले से ही मांग उठाई थी जिसपर प्रदेश सरकार ने सकारात्मक कदम उठाया है, जिसका हम स्वागत करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश सरकार को आलू उत्पादक किसानो की लागत और श्रम को ध्यान देते हुए प्रति कुंतल आलू का 1000 रुपए दाम निर्धारित करना चाहिए, ऐसी समर्थ किसान पार्टी की ओर से प्रदेश सरकार से हमारी मांग है। अजय सोनी के मुताबिक इस साल आलू उत्पादक किसानो को दोहरी मार पड़ी है। आलू की बुआई के समय पहले भारी बारिश हो गई और आलू के खेत पानी से भर गए। फिर खेत सूखने के बाद काफी देर से आलू की दुबारा बुआई हो पाई जिसके चलते किसानो को रबी की फसल बोने का मौका नहीं मिल पाया और सिर्फ आलू की ही पिछड़ बुआई हो सकी। इधर आलू के दाम भी काफी कम हो गए जिसके चलते किसानो को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि पूर्व वर्षों में किसान आलू की खेती करने के बाद उसी खेत में गेंहू की भी बुवाई कर लेते थे जो इस साल संभव नहीं हुई। अजय सोनी ने प्रदेश सरकार से आलू उत्पादक किसानों के हुए दोहरे नुकसान की भरपाई के लिए किसानो को प्रति कुंतल आलू के दाम 1000 रुपए कुंतल देने की मांग करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा प्रति कुंतल 650 रुपए तय करने को अपर्याप्त बताया है और कहा है कि इतने में तो किसानो के नुकसान की भरपाई भी न हो पाएगी और न ही उनके श्रम और कृषि लागत का लाभांश प्राप्त होगा। अजय सोनी ने प्रदेश सरकार से सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 650 रू प्रति कुंतल आलू के दाम किसानो को देने से किसानो की आय कैसे दुगुनी हो पाएगी।
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