धनबाद जिला के निरसा प्रखंड अंतर्गत पंडरा निवासी शुभ्रा तिवारी ने अपने ही कोख मे पले अपना सगा बेटा देवज्योति तिवारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे बड़े बेटे देवज्योति तिवारी ने धोखे से मुझसे एक कागजात पर दस्तखत करवा लिया जिसमे मेरी सारी चल अचल सम्पत्ति का मालिकाना हक देवीज्योति तिवारी ने अपने नाम करवा लिया ! जब भी मै उनके पास उक्त कागज को दिखाने या देने की बात करती तो वह मेरी बातो को आनाकानी करते थे! फिर किसी के माध्यम से मुझे इस विषय जानकारी प्राप्त हुई तो पता चला कि मै अपने ही बेटे के पास धोखे का स्वीकार हो चुकी और मै तत्काल धनबाद न्यायलय मे जाकर लिखित आवेदन के साथ इसका विरोध किया कारण मेरा तीन सन्तान है एक बेटी और दो बेटा और मेरे आवर्तमान मे मेरा सम्पत्ति का मालिकाना हक तीनों का बराबर होनी चाहिए!देवज्योति तिवारी के द्वारा बनाया गया मालिकाना हक की कागजात को मै अवैध बता रही हूँ कारण उनके द्वारा धोखे से बनाया गया और साथ ही सभी जनता से यह अपील करती हू की देवज्योति तिवारी के मालिकाना हक का कागजात पर भरोसा कर उक्त सम्पत्ति की खरीद बिक्री न करे अन्यथा आप लोग भी हो सकते है धोखे का स्वीकार वहीं दूसरी ओर सुभ्रा तिवारी के बड़े बेटे देवज्योति तिवारी ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपो को बेबुनियाद एवम निराधार बताया उन्होंने कहा कि मेरी माँ बहकावे में आकर यह सब बेबुनियाद एवम निराधार आरोप लगा रही है ।
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