मसौढ़ी अनुमंडल के भगवान गंज थाना क्षेत्र के रौनिया गांव से चिरैयाटांड़ जाने वाली सड़क के पश्चिम पईन के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का सड़ा गला शव भगवान गंज पुलिस ने बरामद किया था। जिसके बाद भगवान गंज पुलिस ने शव की पहचान के साथ-साथ पूरे मामले की जांच सुरू कर दी। जिसके बाद एएसपी मसौढ़ी शुभम आर्य के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया जिसकी अध्यक्षता भगवान गंज थाना अध्यक्ष जावेद अहमद खान खुद कर रहे थे।थोड़ा बहुत जांच पड़ताल करने के बाद ही यह बात सामने आई कि उक्त शव चिरैयाटांड़ के विनय ठाकुर के दामाद रंजन ठाकुर की है।शव की पहचान होने के बाद मृतक रंजन ठाकुर के पिता पंजाबी ठाकुर उर्फ राजकुमार ठाकुर के लिखित नामजद आवेदन पर पुलिस ने अपनी जांच पड़ताल शुरू की। और रंजन ठाकुर के ससुर विनय ठाकुर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया। जिसके बाद विनय ठाकुर की निशानदेही पर दीनानाथ ठाकुर को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।विनय ठाकुर और दीनानाथ ठाकुर से जब पुलिस ने कठोरता से पूछताछ की तो यह बात निकलकर सामने आई कि उन्होंने ही अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर अपने दामाद रंजन ठाकुर की गला दबाकर हत्या कर दी थी। गिरफ्तारी के उपरांत उक्त दोनों अभियुक्तों द्वारा अपना अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया गया कि मृतक रंजन ठाकुर नशा का आदी था नशे की हालत में मृतक रंजन ठाकुर अपनी पत्नी निशा देवी को हमेशा मारता पीटता रहता था और गाली गलौज भी किया करता था। इसी बात से परेशान होकर इन लोगों के द्वारा अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर रंजन ठाकुर की हत्या कर लाश को छिपा दिया गया। इस कांड में दो अन्य अभियुक्त सत्येंद्र ठाकुर और रिंकी देवी अभी पुलिस के पहुंच से बाहर है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
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