धनबाद के टाउन हॉल में भारतीय भुइयां समाज कल्याण समिति समिति की ओर से धनबाद टाउन हॉल में 15 वा परिवारिक मिलन समारोह सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से भुइयां मुसहर जाति को यह चिंतन मनन विचार समीक्षा एवं कार्य योजना तय करनी होगी की भारत को आजाद हुए 75 वर्ष पूरा हो चुका पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। लेकिन तुलनात्मक रूप से देखे तो यह जाति सामान्य गांव या शहर में रहकर भी बदहाल स्थिति में है। झारखंड राज्य में गरीब भूमिहीन दलित बच्चों को उच्च शिक्षा एवं सरकार द्वारा प्रदत कल्याणकारी योजनाओं को लाभ लेने के लिए जाति एवं आवासीय प्रमाण पत्र नहीं दी जाती है 1932 का खतियान मांगी जाती है इसके अभाव में कई गरीब दलित एवं आदिवासी प्रतिभावान लगन शील तथा आर्थिक रूप से कमजोर हो जाते हैं जो कोल इंडिया कंपनी मिनी रत्न कंपनी होने की गौरव गाथा गा रही है इसमें इस समुदाय के महिला पुरुष बहुत बड़ा योगदान रहा है। प्रजाति का अपना गौरवमई एवं सामाजिक रचनात्मक कार्यक्रमों इतिहास रहा है इसके अनेक अनेक उदाहरण मौजूद हैं श्रीमती सुनीता मांझी भाटी की रहने वाली ने नारी सशक्तिकरण की एक बड़ी मिसाल है तनीषा कुमारी एवं सिमरन कुमारी झरिया के द्वारी कॉलरी के रहने वाली है राज्यस्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में पदक हासिल की एवं राज्य की टीम में उनका चयन हुआ इस उपलब्धियों से भूमिया समाज काफी गौरव हुआ। अखिल भारतीय भूमिया समाज कल्याण समिति धनबाद जिला के सक्रिय कार्यकर्ता पदाधिकारी एवं बुद्धिजीवी लोग निरंतर समाज के बीच में कार्य कर रहे एवं समाज को जागृत करने का प्रयास किया जा रहा है जो अत्यंत सराहनीय है आगे भी समिति अपने समाज के हक एवं अधिकार मान सम्मान के लिए संघर्ष करती रहेगी।
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