पुरे राज्य मे कक्षा 10 के परिणाम घोषित होने के बाद कक्षा ग्यारहवीं में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन इस समय आसनसोल के कुल्टी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बराकर के श्री मारवाड़ी उच्च माध्यमिक विद्यालय मे एक नोटिस ने अभिभावकों में निराशा और चिंता फैला दी है। स्कूल प्रशासन ने घोषणा की है कि शिक्षकों की कमी के कारण इस वर्ष से कक्षा ग्यारह में नये प्रवेश रोकने का निर्णय लिया है। इस घोषणा से इलाके अभिभावक सदमे में हैं, क्योंकि अब वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। यह पारंपरिक स्कूल लंबे समय से बराकर में छात्रों के लिए शिक्षा का एकमात्र स्रोत रहा है। यहां पांचवीं से बारहवीं कक्षा तक हिंदी और बंगाली माध्यम की पढ़ाई होती है। लेकिन वर्तमान में स्कूल प्रशासन केवल 12 शिक्षकों के साथ इस विशाल शैक्षिक कार्यक्रम को चलाने की चुनौती से जूझ रहे हैं।परिणामस्वरूप, शिक्षकों की अपर्याप्त संख्या के कारण उन्हें कक्षा 11 में प्रवेश रोकने का कठिन निर्णय लेने के लिए बाध्य होना पड़ा है।

अभिभावक इस निर्णय का कारण जानने के लिए स्कूल पहुंच रहे हैं। कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्षेत्र के इस पुराने और विश्वसनीय शिक्षण संस्थान में शिक्षकों की कमी की समस्या का समाधान क्यों नहीं किया जा रहा है। स्कूल प्रशासन ने बताया कि इस मुद्दे पर स्कूल प्रबंधन समिति और अभिभावकों के साथ एक विशेष बैठक आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए वे उच्च स्तरीय अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं। हालाँकि, समस्या का समाधान होने तक ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश प्रक्रिया स्थगित रहेगी। ऐसे में अभिभावकों को उम्मीद है कि शिक्षकों की नियुक्ति से विद्यालय जल्द ही अपना पुराना गौरव हासिल कर लेगा। लेकिन उससे पहले क्षेत्र के छात्रों और अभिभावकों को इस अनिश्चितता के साथ जीना होगा। शिक्षकों की कमी की यह समस्या सिर्फ बराकर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि राज्य के कई शैक्षणिक संस्थानों में यह समस्या जारी है। लोगों को डर है कि यदि इसका समाधान नहीं किया गया तो छात्रों का भविष्य अनिश्चित हो जाएगा।