जी हां इसी बात को ध्यान में रखते हुए एक ऐसी संस्था जो बच्चों के अंदर भारतीय संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए कटिबद्ध है, राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर में,दो दिवसीय समर कैंप का आयोजन किया ,कार्यक्रम का शुभारंभ बच्चो ने अग्निहोत्र करके किया गया था । इस अवसर पर लोकप्रिय सांसद ढुलू महतो, पवित्रम सेवा परिवार के कार्यकारी अध्यक्ष संजय भरतिया , प्रो सुनील कुमार, डॉ गुजराल, रामबाबू अग्रवाल, प्रो वी. वी.दता, एडवोकेट जया कुमार, रूपकिशोर अग्रवाल ,योगेंद्र तुलस्यान, राजकुमार अग्रवाल, हरिराम गुप्ता ,किशन संधई , आलोक डोकानिया , ,अमर नाथ साह पवित्रम मातृशक्ति से रीता सिंह , सीमा मित्तल , मीना डोकानिया , कीर्ति अग्रवाल ,विभा अग्रवाल, सुमन , शिल्पा , सुनीता बंसल , राशि गुप्ता , रानी , अंजू सरिया ,मंजू अग्रवाल , बरखा निधि , सास्वती सेन ,अनिता डोकानिया , रेणु दूधानी ,रीता बंसल , पूनम केडिया, पलक एवम अन्य सभी बहने उपस्थित थी । इस समर केम्प के अंतर्गत बच्चों को योगा, क्रिएटिविटी, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, वैदिक शिक्षा, सेवा कार्य, पर्यावरण,गो महत्ता, देश भक्ति, दैनिक जीवन के श्लोक सहित अनेक विषयों की शिक्षा दी गयी। पवित्रम मातृशक्ति – पवित्रम सेवा परिवार का महिला आयाम है ,जो बच्चो को भारतीय संस्कृति एवम संस्कारो के बीजारोपण का कार्य संस्थापक श्री अजय भरतिया के मार्गदर्शन में कर रहा है ।

कार्यक्रम के दौरान आरोग्य जागरूकता,पर्यावरण को बचाने के लिए भी बच्चो से बहुत सारी गतिविधिया करवाई गई । दोनो दिन बच्चे बहुत उत्साहित थे ,बहुत रुचि के साथ सभी गतिविधियों में भाग ले रहे थे । कार्यक्रम समापन के समय सभी अभिवावक बच्चो की गतिविधियां देख कर अभिभूत हो गए । कार्यक्रम में बच्चो को मंत्रोच्चारण के साथ भोजन, गोपूजन,अग्निहोत्र ,गायत्री मंत्र का पाठ आदि सिखाने की सभी गतिविधिया संस्थापक अजय भरतिया के मार्गदर्शन में ही हुई । देश भक्ति गीत सिखाये गए ,बच्चो को आरम्भिक मिलेट्री प्रशिक्षण दिया गया ,पूरा हाल भारत माता की जय से गूंज उठा , बच्चो को अनुशासन ,बड़ो का आदर करना ,गुरुजनों का सम्मान करना ,सभी जीवों से प्यार करना ,खान पान का ध्यान रखते अपनी दिनचर्या ठीक करना आदि अनेक बाते खेल खेल सिखाई एवम बताई गई । इस वर्ष इस केम्प की मुख्य थीम बच्चो के अंदर देश प्रेम का भाव जगाना रहा । गुरुकुल की परंपरा फिर से शुरू हो इसके लिए पवित्रम सेवा परिवार लगातार प्रयासरत है प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद से।