केरेडारी प्रखंड के चट्टीबारियातु बाजार टाँड़ मैदान में मंगलवार 21 फरवरी को सीसीएल के प्रस्तावित चन्द्रगुप्त ओसीपी कोयला खनन परियोजना के पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद रांची द्वारा आयोजित पर्यावरणीय लोक सुनवाई शांति पूर्वक सम्पन्न हुआ।इस लोक सुनवाई की अध्यक्षता हजारीबाग डीएलओ विनोद कुमार ने किया।जबकि मंच पर जे एस पी सी बी के राज्य अधिकारी आशुतोष कुमार, रीजनल ऑफिसर जे एस पी सी बी अशोक कुमार यादव,जिला उद्योग केंद्र हजारीबाग से श्याम गुप्ता,एच् ओ ड़ी सीसीएल रांची राज कुमार बंसल,सीएमपीडीआईएल रांची से लक्ष्मीदीप मुख्य रूप से मौजूद थे।इस मौके पर लोक सुनवाई में उपस्थित बड़कागांव विधायक अम्बा प्रसाद ने कहा जमीन का मालिक कोई जनप्रतिनिधि नही हो सकता उसका मालिक आप खुद हैं इसलिये सोंच विचार कर आप अपना कदम रखेंगे।पचड़ा पंचायत के मुखिया महेश प्रसाद साव ने कहा हम माइंस खुलने का विरोध नही कर रहे पर रैयतों की सुविधा व मांगों पर अवश्य ख्याल रखनी चाहिये।लोक सुनवाई में आम्रपाली/चन्द्रगुप्त कोल परियोजना के जीएम अमरेश कुमार सिंह ने कहा इस माइंस संचालन के लिये एस सी सी एम पी एल को एम डी ओ के रूप में दिया गया है।सीसीएल हमेशा रैयतों का ख्याल रखती है यहां भी नियम संगत ब्यवस्था दी जायेगी।उन्होंने कहा सीसीएल पुनर्वास के लिये टंडवा के सेरंगदाग में जमीन ले रखी है जो लोग इसका लाभ नही लेना चाहते उनके लिये एक मुश्त राशि की ब्यवस्था की गई है।कार्यक्रम को जिला परिषद सदस्या केरेडारी उतरी गीता देवी,केरेडारी दक्षणी अनिता सिंह,चट्टीबारियातु मुखिया झरीलाल महतो,पैक्स अध्यक्ष सुंदर प्रसाद गुप्ता,पंसस प्रतिनिधि महेंद्र रजक,निरंजन साव,अभिमन्यु गुप्ता ,गुरुदयाल साव,गोविंद माली,सोनू इराकी ने भी सम्बोधित कर माइंस खोलने का स्वागत किया पर रोजगार व मूलभूत सुविधा का ख्याल रखने का आग्रह भी किया। क्या है मुखिया के 14 सूत्री मांग पत्र में- भूमि अधिग्रहण बिल 2013 का अक्षरशः पालन करने,माइंस खुलने के पहले नॉकरी,पुनर्वास,पुनर्स्थापन की ब्यवस्था करने,माइंस से कोयला समाप्ति के बाद पुनः समतलीकरण कर रैयतों को प्लॉटिंग कर वापस करने,फोरेस्ट में पिछले 30 वर्षों से घर बनाकर रह रहे लोगों को वनाधिकार अधिनियम 2006 के तहत वन पट्टा उपलब्ध कराने,नॉकरी के लिये पॉलिसी बदल कर एक एकड़ में नॉकरी देने,पुनर्वास के लिये 15 डिसमिल जमीन व आवास के लिये 35 लाख नगद देने,हजारीबाग जिला अंतर्गत हिं पुनर्वासित करने आदि 14 सूत्री शामील है। इस माइंस से 15/20 मिलियन टन हर साल उत्पादन का है लक्ष्य निर्धारित- चंद्रगुप्त खुली खदान परियोजना से प्रत्येक वर्ष 15/20 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित है।इस परियोजना में कुल 1495.01 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण किया गया है।जिसमे वन क्षेत्र से 534.1 हेक्टेयर,गैरमजरूआ जंगल झाड़ी से 165.28 हेक्टेयर,गैरमजरूआ खास से 121.38 हेक्टेयर,गैरमजरूआ आम से 14.91 हेक्टेयर,रैयती से 659.34 हेक्टेयर भूमि शामील है।इस लोक सुनवाई में जीएम आम्रपाली/चन्द्रगुप्त अमरेश कुमार सिंह,जीएम कोडिनेशन चन्द्रगुप्त अविनेश कुमार,नोडल ऑफिसर ए सी सीसीएल पी के सिंह,पी ओ चन्द्रगुप्त मनोज कुमार,सीनियर मैनेजर चन्द्रगुप्त विवेक कुमार,पर्यावरणीय अधिकारी सीसीएल मोनू कुमार रवि,भाईस प्रसिडेंट ए के दत्ता, जी एम एस सी सी एम पी एल(शुसी इंफ्रा) आर एस यादव ,प्रमुख सुनीता देवी,बीस सूत्री अध्यक्ष अर्जुन राम,मुखिया पचड़ा महेश प्रसाद साव,मुखिया पेटो कौशल्या देवी,पंसस पेटो अरबिंद साव,पंसस चट्टीबारियातु अनिता देवी,सांसद प्रतिनधि बड़कागांव विधान बालेश्वर कुमार,सांसद प्रतिनिधि केरेडारी बद्रीनारायण सिंह,इंटक जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह,विधायक प्रतिनिधि सुरेश साव,मनोज कुमार सिंह,सुंदर प्रसाद गुप्ता,राजकिशोर यादव,प्रेमरंजन पासवान,बिनोद साव,बैद्यनाथ महतो,निरंजन साव,मो रफीक अंसारी,बासुदेव पासवान,किशोर सोनी आदि हज़ारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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