भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा मंडलकारा पाकुड़ के बंदियों का 20 दिवसीय आचार, पापड़ और मसाला निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ जिसमें सफल बंदी प्रशिक्षुओं को उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, जेलर दिलीप कुमार और वरिष्ठ संकाय आरसेटी पाकुड़ अमित कुमार बर्धन ने संयुक्त रूप से प्रमाणपत्र दिए।उपायुक्त ने बंदियों को कहा कि स्थानीय आचार, पापड़ व मसाला की मांग शहरों में बहुत है। इसे व्यवसाय के रूप में शुरू करने से अच्छी आय प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति की कार्यकुशलता बढ़ाने का एकमात्र उपाय प्रशिक्षण देना है।

इसी के दृष्टिगत इस बंदियों को यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है अक्सर कई कैदी जीवन में किसी गलती के चलते जेल में पहुंच जाते हैं। ऐसे में उन्हें अपराध की दलदल से बचाने व नकारात्मक माहौल के प्रभाव से दूर करने के लिए उन्हें वोकेशनल कोर्स से जोड़ा जा रहा है। कैदी कारागार से बाहर जाने के बाद बेहतर जीवन जी सकें। उपायुक्त ने कहा कि आने वाले दिनों में जेल में ब्लड डोनेशन कैंप, करियर काउंसलिंग एवं योगा कैम्प का भी आयोजन किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया की प्रशिक्षण लेने के बाद जिला जेल से निकलने वाले कैदी अब बेहतर जीवन यापन कर सकेंगे। कारागार में कैदियों को स्वरोजगार प्रदान करने की दिशा में बहुत महत्वाकांक्षी कोर्स शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार रोजगार परक कोर्स आगे भी कारागार में जारी रखेगे ताकि प्रशिक्षण के बाद कारागार से बाहर जाकर नए जीवन की शुरुआत कर सकें।