
उत्तराखंड के सैन्यधाम के वीर सपूत कैप्टन दीपक सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यह सम्मान उनकी वीरता और सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हुए प्रदान किया। अगस्त 2024 में आतंकवादियों से हुई भीषण मुठभेड़ के दौरान कैप्टन दीपक सिंह ने अदम्य साहस का परिचय दिया। अपने साथियों की जान बचाते हुए उन्होंने दुश्मनों का डटकर मुकाबला किया और आखिरी सांस तक देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। उनकी यह वीरगाथा सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं, पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। सैन्यधाम का यह लाल आज हर युवा को प्रेरणा दे रहा है कि मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान ही सच्चा राष्ट्रधर्म है। देश आज नमन करता है उस रणबांकुरे को, जिसने भारत की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।