पहाड़ी तलहटी में रहते हुए पशुपालन और मत्स्य पालन से लाखों कमा रहे जिला परिषद क्षेत्र के लोगों के लिए बने प्रेरणास्रोत एंकर—: कैमूर जिले के चांद प्रखंड के खनिया गांव निवासी जिला परिषद सदस्य चांद मनी सिंह पशुपालन के साथ-साथ मत्स्य पालन करके महीने का लाखों रुपए कमा रहे हैं। इनका यह व्यवसाय आसपास के किसानों एवं व्यवसायियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है। इनका कहना है कि बर्षो पहले सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी मिली कि पशुपालन और मत्स्य पालन करके किसान लाखों रुपए महीने का कमाई कर सकता है तो फिर किस बिना देर किए हुए जिला परिषद के द्वारा पशुपालन का कारोबार प्रारंभ किया गया। जिसमें उन्हें अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त हुआ इसके बाद निरंतर इनके द्वारा पशुपालन के कार्य में प्रगति की जाने लगी और आज 560 केजी दूध का प्रतिदिन उत्पादन करते हैं जिससे महीने का सब खर्च काटकर लाखों रुपए की बचत होती है। वहीं इनके द्वारा पशुपालन के साथ-साथ मत्स्य पालन भी किया जाता है जिससे अच्छी खासी आमदनी होती है। वहीं उन्होंने अपने क्षेत्र के लोगों को संदेश दिया कि जो खेती किसानी कर रहे हैं वैसे किसान भाई पशुपालन और मत्स्य पालन भी करे ताकी अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। वही इस आमदनी के जरिए अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई एवं अन्य खर्च का भी वहन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को खेती के साथ-साथ पशुपालन और मत्स्य पालन करना चाहिए जिसका खेती में भी लाभ मिलेगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी उन्होंने कहा कि पशुओं का जो गोबर होता है उसे खेत में डालने से खाद का काम करता है वही जो पैदावार उत्पन्न होती है उसका पुआल और भूसा पशुओं के भी खाने के काम आता है। इसलिए खेती और पशुपालन दोनों एक दूसरे के लिए काफी लाभदायक के अलावे आमदनी का अच्छा जरिया है।
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