पंचायतों के हरेक वार्डो में सुबह सबेरे सफाई कर्मी कूड़ा जिनमे सुखा और गीला कूड़ा शामिल है उसे उठाने का काम करते दिखाई देते है। इस कूड़े को उठाने के लिए इन्हे गाडियां भी मिली है जिनमे दो प्रकार के बाल्टी एक सूखा कूड़ा और दूसरा गीला कूड़ा के लिए दिया गया है। ये कूड़े को उठाकर कही रोजाना की बड़ी गाड़ियों में डाल देते है और फिर ये कूड़ा एक स्थान पर जमा किया जाता है। इन कूड़े को रखने के लिए इटौन पंचायत के किसी भी वार्ड के किसी भी घरों में कोई बाल्टी नही दी गई है। जबकि नियमतः हरेक घरों में दो प्रकार की बाल्टी दी जानी थी जिसमे लोग एक बाल्टी में सूखा कूड़ा और दूसरे में गीला कूड़ा रखने का काम करते। इसको लेकर ग्रामीणों में बिक्की कुमार,मोहम्मद कमरुद्दीन,मोहम्मद इमरान आलम, पंचा देवी,पूर्ति देवी,विदेशी चौधरी,पार्वती देवी,राजेश मिस्त्री आदि ने बताया कि इनलोगो को कूड़ा रखने के लिए बाल्टी मिला ही नहीं है। अब सवाल आता है कि कुछ समय पहले बाल्टी तो बटी पर लोगो को मिला क्यों नहीं आखिर कहां ये बाल्टी बट गई और लोग मुंह ताकते रह गए।
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