ग्वालियर में एक 12 साल की छठवीं की छात्रा ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है। जंहा छात्रा को घायल हालत में इलाज के लिए भर्ती कराया है और अब वह खतरे से बाहर है। छात्रा का आरोप है कि शासकीय स्कूल में पढ़ाने वाली एक शिक्षिका 1 महीने से उसे प्रताड़ित भविष्य खराब करने की धमकी दे रही है। इस घटना की शिकायत पिता ने पुलिस से की है। लेकिन पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है और पिता को जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन देकर टाल रही है। वीओ-दरअसल ग्वालियर शहर के इंदिरा नगर कोटेश्वर पर रहने वाले रशीद खान की 12 साल की बेटी महक खान ग्वालियर थाना क्षेत्र के आऊ खाना शासकीय माध्यमिक विद्यालय में छठवीं क्लास में पढ़ती है। बेटी का आरोप है कि उसकी क्लास में पढ़ने वाली शिक्षिका आभा सक्सेना उसे एक महा से प्रताड़ित कर रही है। साथ ही बच्ची को धमकी देती है कि स्कूल से निकालकर भविष्य खराब कर देंगी और इस बात से प्रताडित होकर डरी सहमी छात्रा अपने घर पहुंची। घर पहुंच कर उसने अपने माता-पिता को कुछ भी ना बताते हुए घर में रखी चूहे मारने की जहरीली दवाई खाली। जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसके परिजन उसे तत्काल इलाज के लिए जयारोग अस्पताल लेकर पहुंचे जहां अब छात्रा खतरे से बाहर है। जिसके बाद छात्रा ने टीचर के द्वारा दी जा रही प्रताड़ना के बारे में बताया। उसकी बात सुन पिता तत्काल ग्वालियर थाने में शिकायत करने पहुंचा। लेकिन पुलिस थाने के द्वारा इस मामले को गंभीरता से ना लेते हुए पिता को कार्रवाई का आश्वासन देने का वादा कर उसे चलता कर दिया जब इस मामले को लेकर ग्वालियर थाना प्रभारी से पूछताछ की गई तो वहां ऑफ द रिकॉर्ड यह कहते रहे कि यह मामला बहोड़ापुर थाना क्षेत्र का है वही बहोड़ापुर थाना पुलिस कर्मियों का कहना है कि यह मामला ग्वालियर थाना क्षेत्र का है। इससे साफ हो गया था कि दोनों थानों की पुलिस इस मामले को लेकर कितनी गंभीर है। लेकिन खास बात यह है कि इस मामले में सीएसपी संदीप मालवीय से पूछा गया तो उन्होंने यहां खा कि ये एक बहुत छोटा सा मामला है और कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कोई भी अधिकारी तैयार नहीं हुआ। फिलहाल जब पुलिस इस तरह का रवैया अपनाएगी तो नाबालिग छात्रा को फिर कौन न्याय दिलाएगा यह सोचने की बात है। बाइट-महक खान -पीड़ित छात्रा बाइट-रशीद खान – पीड़ित छात्रा का पिता
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