बेसहारों की सहारा बनीं कलेक्टर – अशोकनगर। बिना मां-पिता के चार अनाथ बच्चों दी मदद। बता दें बच्चों की माँ की मौत 7 साल पहले हो चुकी थी, और अभी कुछ महीने पहले पिता की मौत के बाद बच्चों का नहीं था कोई सहारा। पिता की मौत के बाद बच्चों की।पढ़ाई छूट गई और खाने का संकट खड़ा हो गया। खाना के लिये परिजन और पड़ोसी करने लगे मदद। अनाथ बच्चों के बारे में जैसे ही भाजपा के नेता मनोज शर्मा को चली, बिना देर किये नगरपालिका उपाध्यक्ष के पति मनोज शर्मा बच्चों के लेकर पहुंचे कलेक्टर के पास। अशोकनगर कलेक्टर आर उमा माहेश्वरी ने महज एक हप्ते के भीतर चारों बच्चों की पढाई की व्यवस्था करवाई। पोषण आहार समय पर बच्चों को मिलना सुनिश्चिय किया। साथ ही आर्थिक मदद के रूप में मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना से 4 हजार रु हर महीने के स्वीकृति पत्र भी चारों बच्चों को दिए। नगरपालिका अशोकनगर से सम्बल योजना के 2 लाख रु की सहायता राशि बच्चों को प्रदान की। इसके साथ ही सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग राष्ट्रीय परिवार सहायता 20 हजार रु एव जिला रेडक्रॉस सोसायटी से 10 हजार रु भी बच्चों को दिलबाये, कलेक्टर आर उमा माहेश्वरी आज अपने प्रशासनिक अमले के साथ बच्चों से मिलने पहुंची उनके घर। वहीं कलेक्टर आर उमा माहेश्वरी ने जिला शिक्षा अधिकारी को बच्चों की पढ़ाई नियमित हो इस बात का ध्यान रखने के निर्देश भी दिए। और महिला बाल विकास विभाग बच्चों के पोषण का पूरा ध्यान रखेगा , ये भी सुनिश्चित किया। कलेक्टर आर उमा महेश्वरी ने आज बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाकर इंसानियत की बड़ी मिसाल पेश की । बच्चों के चेहरे की खुशी उस समय देखने लायक थी, जब कलेक्टर ने बच्चों से बोला किसी भी तरह की कोई समस्या या परेशानी हो तो मुझे बताना में हमेशा खड़ी हूँ तुम्हारे साथ।
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