पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को लेकर पूरे देश में शोक की लहर है, लेकिन कुछ चेहरों पर हंसी और लापरवाही देख जनता आक्रोशित है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कुछ नेता मंच पर मुस्कुराते और हंसते नजर आ रहे हैं, जिसे लेकर सवाल उठ रहे हैं — क्या शहीदों के बलिदान की कोई कद्र नहीं?

जनता का गुस्सा इस बात को लेकर और भी बढ़ गया है जब लोगों ने याद दिलाया कि इन्हीं परिवारों ने कभी अफ़ज़ल गुरु और गिलानी जैसे आतंकियों के लिए दया याचिकाएं लिखीं थीं। अब मांग की जा रही है कि ऐसे असंवेदनशील रवैये और बेशर्मी पर कड़ा एक्शन लिया जाए। देश अपनों की शहादत का अपमान नहीं सहेगा।