“पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, देशभर में राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इसी कड़ी में वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री को कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।” 🗣️ “कपिल सिब्बल ने कहा कि इस गंभीर आतंकी घटना पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए, जिसमें सभी दलों से विचार लेकर एक सर्वसम्मति का प्रस्ताव पारित किया जाए, ताकि पूरी दुनिया को भारत की भावना का संदेश दिया जा सके।” “आतंकी, आतंकी होता है – उसका कोई धर्म नहीं होता।” 🗣️ “प्रधानमंत्री को चाहिए कि अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप, चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, रूस और दक्षिण अमेरिका जैसे देशों में विपक्ष और सत्ता पक्ष के सांसदों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल भेजा जाए, जो वहां जाकर भारत की स्थिति को स्पष्ट करे।” “सिब्बल का मानना है कि अगर भारत इस

दिशा में कदम नहीं उठाएगा, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक दबाव नहीं बन पाएगा, और पाकिस्तान जैसे देश आतंकवाद को लेकर बेफिक्र बने रहेंगे।” “उन्होंने यह भी कहा कि इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि पूरा देश इस समय एकजुट है और यही समय है दुनिया के सामने भारत की एकता को दिखाने का।” “पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कपिल सिब्बल का यह बयान जहां एक ओर राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाने की बात करता है, वहीं दूसरी ओर यह भारत की विदेश नीति और कूटनीतिक रणनीति पर भी नए सिरे से सोचने का सुझाव देता है।” “अब देखना यह है कि सरकार इन सुझावों पर क्या रुख अपनाती है, और क्या आने वाले दिनों में संसद का विशेष सत्र बुलाया जाएगा?”