ओम जय गंगे ओम जय वराह के भजनों से गुंजायमान रहती है हर की पैड़ी सोरों तीर्थ नगरी सोरों शूकर क्षेत्र शाम 6:00 बजे से ही ओम जय गंगे ओम जय वराह की भजनों से गुंजायमान होती है भक्तों के द्वारा संध्या फेरी के रूप में बड़े ही धूमधाम से ढोलक बाजे के साथ वराह घाट से होकर लाल घाट श्री सोमेश्वर वाले घाट उसके बाद तेली जाति मंदिर मानस मंदिर से होकर शनि महाराज श्याम बाबा मंदिर वराह मंदिर के प्रांगण में पहुंचकर समापन होती है अतः पूरी गंगा जी की परिक्रमा दी जाती है भजन संध्या के साथ में जिसमें हजारों श्रद्धालु की तीर्थ नगरी के तीर्थ पुरोहित भाग लेते हैं
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