हजारीबाग के खेल इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। हजारीबाग डिस्टिक चेस एसोसिएशन के तत्वावधान में ऑल इंडिया चेस फेडरेशन एवं ऑल झारखंड चेस एसोसिएशन की अनुमति से 11 मई से 15 मई 2025 तक एक भव्य ऑल इंडिया शतरंज टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता हजारीबाग के प्रतिष्ठित एंजल हाई स्कूल परिसर में आयोजित की जाएगी, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है। इस कार्यक्रम को लेकर सोमवार को एक विशेष प्रेस वार्ता टूर्नामेंट के डायरेक्टर करण जायसवाल,अध्यक्ष विजय कुमार सिंह,सचिव मनमीत अकेला ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता किया. प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के डायरेक्टर करण जायसवाल ने बताया की इस टूर्नामेंट में देशभर से 1000 से भी अधिक प्रतिभागियों के भाग लेने की संभावना है, जिसमें 500 स्थानीय खिलाड़ी एवं 500 अन्य राज्यों से आए हुए प्रतिभागी सम्मिलित होंगे। यह आयोजन न केवल हजारीबाग बल्कि पूरे झारखंड राज्य के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। इस पांच दिवसीय शतरंज महोत्सव के लिए 4,50,000/- (चार लाख पचास हजार रुपये) की पुरस्कार राशि निर्धारित की गई है। जिसमें प्रथम स्थान 71,000,द्वितीय स्थान 40,000,तृतीय स्थान 25,000,चतुर्थ स्थान 15,000, पाँचवाँ स्थान 11,000 छठा से 10वाँ स्थान 8,000 प्रति विजेता 11वाँ से 15वाँ स्थान 6,500 प्रति विजेता,16वाँ से 25वाँ स्थान 5,500 प्रति विजेता,26वाँ से 35वाँ स्थान 3,500 प्रति विजेता को दिया जाएगा.प्रतियोगिता नौ राउंड्स में आयोजित की जाएगी, जिसमें हर राउंड के लिए तकनीकी व्यवस्था एवं निर्णायकों की पूरी टीम तैनात की

जाएगी। इस टूर्नामेंट के लिए देशभर से आने वाले प्रतिभागियों के ठहरने की व्यवस्था पुलिस अकादमी हजारीबाग में की गई है, जहाँ उन्हें सुरक्षित और सुविधाजनक रात्रि विश्राम की सुविधा दी जाएगी। पुलिस अकादमी से कार्यक्रम स्थल तक प्रतिदिन बस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी ताकि प्रतिभागियों को कोई असुविधा न हो। रजिस्ट्रेशन शुल्क बिहार एवं झारखंड के स्कूली बच्चे से 1000 रु, बिहार एवं झारखंड के वरिष्ठ खिलाड़ी (सीनियर) से1200 रु अन्य राज्यों के स्कूली बच्चे 1200 रु, अन्य राज्यों के वरिष्ठ खिलाड़ी: ₹1500 रु लिया जा रहा है. प्रतिभागी 10 मई से ही हजारीबाग पहुँचना शुरू करेंगे। छोटे शहर में बड़ा सपना आयोजन समिति की मेहनत साथ ही प्रेस वार्ता के दौरान टूर्नामेंट के निदेशक करण जायसवाल ने बताया हजारीबाग में शतरंज की समझ रखने वालों की संख्या सीमित है, लेकिन इस आयोजन से लोगों में खेल के प्रति रुचि बढ़ेगी। हम चाहते हैं कि यह आयोजन हर साल ‘एनुअल फंक्शन’ के रूप में मनाया जाए और हजारीबाग शतरंज के मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान बनाए। इस प्रतियोगिता के माध्यम से हम हजारीबाग के युवाओं में बौद्धिक विकास और प्रतिस्पर्धा की भावना को प्रेरित करना चाहते हैं। यह आयोजन लगभग 35 से 40 लाख रुपए के खर्च में किया जा रहा है। रांची को छोड़कर झारखंड में इस स्तर के टूर्नामेंट की कल्पना कर पाना भी कठिन है, लेकिन हमारी टीम ने इसे साकार कर दिखाया। संघ के अध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने कहा की यह टूर्नामेंट केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि हजारीबाग के युवाओं के लिए एक नई दिशा और पहचान का माध्यम है। आज जब डिजिटल युग में बच्चों की एकाग्रता भंग हो रही है, ऐसे समय में शतरंज जैसा खेल उन्हें मानसिक अनुशासन, रणनीतिक सोच और धैर्य का पाठ पढ़ाता है। हम चाहते हैं कि हजारीबाग जैसे अपेक्षाकृत छोटे शहरों से भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के शतरंज खिलाड़ी निकलें और यह आयोजन उसी स्वप्न को साकार करने की शुरुआत है। संघ के सचिव मनमीत अकेला ने कहा, इस आयोजन को सफल बनाने के लिए एक छोटी सी टीम दिन-रात मेहनत कर रही है। हम चाहते हैं कि हजारीबाग में चेस को फ्रेंडली स्पोर्ट्स के रूप में देखा जाए और बच्चे डिजिटल युग में भी मानसिक विकास के लिए इस खेल को अपनाएं। मौके पर कोषाध्यक्ष राजन कुमार, संयुक्त सचिव बृजेश कुमार, एवं सदस्य सुमन जायसवाल सहित कई लोग प्रेस वार्ता में मौजूद रहे. यह आयोजन न केवल एक प्रतियोगिता है, बल्कि हजारीबाग के गौरव, सामूहिक संकल्प और युवा प्रतिभाओं के लिए एक मंच है। यह राष्ट्रीय स्तर का आयोजन हजारीबाग की पहचान को नये आयाम देगा।