हजारीबाग जिला अंतर्गत बाबूगांव कोर्रा निवासी आलेख गौरव, (उम्र लगभग 35 वर्ष), की सोमवार तड़के एक दर्दनाक हादसे में मृत्यु हो गई। प्रातः लगभग 3:00 बजे वे झील के किनारे पहुंचे और वहां रखी नाव के माध्यम से झील में तैरने का प्रयास किया। प्रारंभ में सब कुछ सामान्य प्रतीत हुआ, किंतु लगभग 4 से 5 घंटे के भीतर नाव पानी में डूब गई और आलेख गौरव झील की गहराई में समा गए। इस हृदयविदारक घटना की जानकारी जैसे ही उनके परिजनों, मित्रों और स्थानीय निवासियों को मिली, लोग तत्काल झील पर पहुंच गए और उन्हें बचाने के हरसंभव प्रयास किए गए। कई स्थानीय तैराकों ने भी प्रयास किया, परंतु सफलता नहीं मिली। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए परिजनों द्वारा प्रशासन को सूचना दी गई। तत्पश्चात सदर विधायक प्रदीप प्रसाद को भी इस घटना की जानकारी दी गई। विधायक ने तत्काल जिला प्रशासन एवं उच्च अधिकारियों से संवाद कर एनडीआरएफ की टीम को घटनास्थल पर बुलाने का आग्रह किया। करीब 5 घंटे बीत जाने के बावजूद एनडीआरएफ टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई थी, जिस पर विधायक स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे और वहां मौजूद परिजनों एवं स्थानीय लोगों से बात की। उन्होंने झील क्षेत्र की सुरक्षा और व्यवस्थापन को लेकर चिंता प्रकट की।

उन्होंने कहा यह झील हजारीबाग की खूबसूरती का प्रतीक है, परंतु सुरक्षा के मानकों की घोर अनदेखी के कारण आज एक युवा की जान चली गई। इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए मैं विधानसभा में इस विषय को मजबूती से उठाऊंगा। यहां तत्काल सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था आवश्यक है। विधायक ने मृतक के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और प्रशासन से मुआवजा देने तथा जल्द से जल्द शव की खोजबीन में तेजी लाने की मांग की। उन्होंने झील पर खड़े रहकर उच्च अधिकारियों को फोन कर लगातार एनडीआरएफ टीम की लोकेशन ट्रैक की और दबाव बनाया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में कोई ढिलाई न हो। खबर लिखे जाने तक एनडीआरएफ की टीम हजारीबाग नहीं पहुंची थी, इस घटना ने एक बार फिर हजारीबाग के पर्यटन स्थलों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकार की अप्रत्याशित घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कड़े कदम उठाए जाएं।