
राहुल गांधी के पटना दौरे के दौरान बिहार कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में हुई मारपीट की घटना ने विवाद खड़ा कर दिया। यह घटना तब हुई जब राहुल गांधी पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। एक व्यक्ति, जिसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चोर और पॉकेटमार कहकर भगाया, खुद को कांग्रेस कार्यकर्ता बताता रहा। हालांकि, बाद में यह पता चला कि वह शख्स कांग्रेस का कार्यकर्ता नहीं था। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उसे भाजपा का एजेंट बताते हुए परिसर से बाहर निकाल दिया और उसकी पिटाई भी की। वायरल हुए वीडियो में उस व्यक्ति को पीटे जाने की तस्वीरें भी हैं। इसके बाद, जब राहुल गांधी कार्यक्रम समाप्त करके वहां से गए, तो एक युवक ‘वक्फ विधेयक के लिए समर्थन’ लिखा हुआ पर्चा लेकर दिखा। कार्यकर्ताओं को देर से एहसास हुआ कि वह युवक कांग्रेस का सदस्य नहीं था, जिसके बाद उसे बाहर निकाल दिया गया। इस घटना के बाद राहुल गांधी ने बिहार में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि समाज के कमजोर वर्गों के साथ दूसरे दर्जे के नागरिक जैसा व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने जाति जनगणना को देश के विकास मॉडल में बदलाव का एक महत्वपूर्ण कदम बताया और केंद्र में कांग्रेस सरकार बनने पर आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा की ‘फर्जी बाधा’ को समाप्त करने का वादा किया।