यह घटना बेहद चौंकाने वाली और निंदनीय है। केरल के कोच्चि में एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों के साथ अत्यधिक असंवेदनशील और अपमानजनक व्यवहार किया। कर्मचारियों को टारगेट पूरा न करने पर उन्हें कुत्ते की तरह पानी पिलाने की बात सामने आई है। इस कृत्य के बाद, कंपनी के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है और मानवाधिकार आयोग ने भी मामला दर्ज कर लिया है। इस घटना से यह सवाल उठता है कि कार्यस्थल पर कर्मचारियों के साथ ऐसा व्यवहार करना न केवल गैरकानूनी है,

बल्कि यह मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न भी है। मानवाधिकार आयोग का इसमें सक्रिय रूप से हस्तक्षेप करना जरूरी था, और अब उम्मीद की जाती है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।