सहारनपुर के घंटाघर पर ईद की नमाज के बाद कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फिलिस्तीन का झंडा फहराया और विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें नारे भी लगाए गए। यह घटना देश के विभिन्न बड़े शहरों में समान रूप से देखी जा रही है, जहां कभी-कभी ऐसे प्रदर्शनों और झंडा फहराने के मुद्दे उठते हैं। हालांकि, इस तरह के प्रदर्शनों को लेकर समाज में एक बड़ा सवाल उठता है: क्या हम एकता और भाईचारे के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं?

अगर हम विभाजन और नफरत के बजाय शांति, सहिष्णुता और समझदारी की ओर कदम बढ़ाएं, तो समाज में बेहतर माहौल बन सकता है। हमें हर जाति, धर्म और समुदाय के बीच सद्भावना और सम्मान बनाए रखने की जरूरत है। समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट कर, मिलकर इस तरह के विवादों का समाधान खोजना और एक दूसरे की समझदारी को बढ़ावा देना ही हमारी जिम्मेदारी है।