हजारीबाग के बड़ा अखाड़ा चौक के पास सोमवार को रामनवमी महासमिति के कार्यालय का विधिवत उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर महंत विजयानंद दास के नेतृत्व में पूजा-पाठ का आयोजन हुआ, जिसमें वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूरे विधि-विधान से पूजा संपन्न की गई। उद्घाटन समारोह की शुरुआत गौ माता के प्रवेश से हुई, जिसके बाद श्री कृष्णा गढ़ अखाड़ा कोलघट्टी के अध्यक्ष छवि गोप ने फीता काटकर कार्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर माहौल में भक्तिमयता और उल्लास की झलक देखने को मिली। रामनवमी महासमिति के कार्यालय का उद्घाटन न केवल एक औपचारिक कार्यक्रम था, बल्कि यह हजारीबाग की सांस्कृतिक पहचान को जीवित रखने का एक प्रयास भी है। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि आने वाले समय में भी रामनवमी का यह उत्सव पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। आयोजकों ने कहा कि इस साल भी रामनवमी का यह महोत्सव पूरी श्रद्धा, आस्था और परंपरा के साथ संपन्न होगा। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस महोत्सव का स्वरूप हमेशा की तरह शांतिपूर्ण और भव्य रहे। रामनवमी महासमिति के अध्यक्ष बसंत यादव ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हजारीबाग की रामनवमी का इतिहास 102 वर्षों से भी अधिक पुराना है। यह सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि हजारीबागवासियों के लिए एक अमूल्य सांस्कृतिक विरासत है। उन्होंने बताया कि जिस तरह से हजारीबाग में रामनवमी का आयोजन होता रहा है, उसी प्रकार इस वर्ष भी इस परंपरा को आगे बढ़ाया जाएगा। बसंत यादव ने यह भी कहा कि इस परंपरा को जीवित रखना और नई पीढ़ी तक इसे पहुँचाना हमारी जिम्मेदारी है। समारोह में

पूर्व महासमिति अध्यक्ष विजय वर्मा ने कहा कि हजारीबाग की रामनवमी की गरिमा और समृद्ध इतिहास को बनाए रखना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि इस सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने और इसे और भी भव्य बनाने में सहयोग करें। पूर्व अध्यक्ष अमरदीप यादव ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि बसंत यादव के नेतृत्व में इस वर्ष की रामनवमी को और भव्यता के साथ मनाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रामनवमी हमारे लिए सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि हमारी पहचान है, जिसे संजोना हम सबका कर्तव्य है। पूर्व महासमिति अध्यक्ष कुणाल यादव ने अपने संबोधन में कहा कि हजारीबाग की रामनवमी हमारे पूर्वजों की एक समृद्ध विरासत है, जिसे हमें संजोना और आगे बढ़ाना है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस वर्ष रामनवमी को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया जाए। पूर्व अध्यक्ष अनमोल साव ने भी इस मौके पर कहा कि रामनवमी सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह हमारी एकता और भाईचारे का प्रतीक है। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि इस परंपरा को बनाए रखने में योगदान दें और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचें। इस कार्यक्रम में रामविलास गोप, अर्जुन साव, शशि केशरी, राजेश गोप, अशोक यादव, ओमप्रकाश गोप, अजय साव, रौशन झा, अमन कुमार, पिंटू सिन्हा, सुनील सिंह, विनोद विगन, इंद्र नारायण कुशवाहा, मंदीप यादव, कैलाश साव, विक्रम अंबेडकर, अमित आनंद उर्फ डॉन, पिंटू कुमार, शंकर कुमार समेत कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में रामनवमी के इस पर्व को और भी भव्य और सफल बनाने की प्रतिबद्धता जताई।