जहां एक तरफ पाकुड़ सदर अस्पताल से मरीज को पश्चिम बंगाल रेफर किया जाता है तो वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल के मरीज अपने रिश्तेदारों के असाध्य बीमारी के ईलाज हेतु पाकुड़ पहुंच रहे हैं। जन्म से ही सेंटर नर्भस सिस्टम के फेल हो चुके बच्चे की मां जोली खातुन सारी उम्मीदें हार चुकी थी लेकिन पश्चिम बंगाल के जंगीपुर के अस्पताल में कार्यरत उनके रिश्तेदार ने जोली खातुन को पाकुड़ के एक्यूपंक्चरिस्ट डाo अशोक साहा के बारे में बताया।

जोली खातुन बिना देर किए अशोक साहा के पास पहुंचकर अपने बच्चे का इलाज शुरू करवाया। चार माह ईलाज होने के बाद बच्चे के स्वास्थ्य होने पर उन्होंने बताया कि उनका बच्चा आहान शेख पूरी तरह स्वस्थ हो गया है। बताते चलें कि इसके कुछ दिनों पहले ही कनाडाई महिला ने भी अपने बच्चे का इलाज अशोक साहा के पास ही करवाया है जिसका इलाज अभी भी चल रहा है ।