शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल की दुर्व्यवस्था पर विधायक प्रदीप प्रसाद ने सदन में उठाई आवाज शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की बदहाली पर विधायक प्रदीप प्रसाद ने उठाया सवाल,ऑक्सीजन प्लांट बंद, मशीनें खराब, वार्ड बॉय की कमी,सरकार से की त्वरित समाधान की मांग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल खुद बीमार हो चुका है, मरीजों को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं। सरकार तत्काल हस्तक्षेप कर अस्पताल की दुर्व्यवस्था दूर करे :– प्रदीप प्रसाद हजारीबाग सदर के भाजपा विधायक प्रदीप प्रसाद ने विधानसभा में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल की दुर्दशा पर गंभीर चिंता व्यक्त की और इसे एक बड़ी जनसमस्या करार दिया। उन्होंने सरकार से अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार की मांग करते हुए कहा कि यह अस्पताल केवल नाम का मेडिकल कॉलेज बनकर रह गया है, जबकि इसकी बुनियादी सुविधाएं बेहद दयनीय स्थिति में हैं। ऑनलाइन पर्चा प्रणाली गरीबों के लिए बाधा विधायक ने कहा कि अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को ऑनलाइन पर्चा कटाने की अनिवार्यता के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के पास स्मार्टफोन नहीं होते हैं, जिससे वे अपना इलाज समय पर शुरू नहीं करवा पाते। उन्होंने सरकार से यह मांग की ऑनलाइन पर्चा प्रणाली को समाप्त कर एक आसान और सुलभ प्रक्रिया लागू की जाए, ताकि कोई भी मरीज बिना किसी रुकावट के इलाज करा सके। अस्पताल में सुविधाओं की भारी कमी विधायक ने सदन में कहा कि शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वार्ड बॉय की भारी कमी है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मरीजों के परिजनों को स्वयं स्ट्रेचर खींचकर वार्ड तक ले जाना पड़ता है, जो कि एक बड़ी लापरवाही को दर्शाता है। अस्पताल में मरीजों की देखभाल के लिए स्टाफ की संख्या बेहद सीमित है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। ऑक्सीजन प्लांट और मशीनें खराब, मरीजों को हो रही परेशानी अस्पताल में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट निष्क्रिय पड़ा है, जिससे मरीजों को जरूरी ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है। विधायक ने इसे एक गंभीर प्रशासनिक चूक करार दिया और सरकार से मांग की कि

ऑक्सीजन प्लांट को तुरंत चालू किया जाए। इसके अलावा, अस्पताल में उपलब्ध कई मशीनी उपकरण खराब पड़े हैं, जिनकी समय पर मरम्मत नहीं की जाती। विधायक ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ऑर्थो वार्ड में एक महिला मरीज का ऑपरेशन चल रहा था, लेकिन ऑपरेशन के बीच में ही मशीन खराब हो गई, जिससे मरीज को चार दिनों तक असहनीय तकलीफ झेलनी पड़ी और अंततः उसे निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। यह स्थिति स्पष्ट रूप से अस्पताल की अव्यवस्था को दर्शाती है। इमरजेंसी दवाओं की अनुपलब्धता और गंदगी से मरीज परेशान अस्पताल में इमरजेंसी दवाओं की भारी कमी है, जिससे गंभीर मरीजों को आवश्यक उपचार मिलने में देरी होती है। विधायक ने कहा कि अस्पताल प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी आवश्यक दवाएं हमेशा उपलब्ध रहें ताकि किसी भी मरीज की जान संकट में न पड़े। इसके अलावा, मेडिकल वेस्ट के निपटान की व्यवस्था भी बेहद खराब है। अस्पताल परिसर में गंदगी का अंबार लगा रहता है, जिससे संक्रमण और बीमारियों का खतरा बना रहता है। विधायक ने कहा कि मेडिकल वेस्ट के उचित निपटान के लिए सख्त कदम उठाए जाएं ताकि अस्पताल में सफाई व्यवस्था बेहतर हो सके। लैब में भ्रष्टाचार, गरीब मरीजों को निजी लैब में भेजा जा रहा विधायक ने सदन में यह भी उजागर किया कि अस्पताल की लैब में लाल कार्ड धारक मरीजों को मुफ्त जांच की सुविधा दी जानी चाहिए, लेकिन वास्तविकता यह है कि बिना जांच किए ही मरीजों को निजी लैब में रेफर कर दिया जाता है। यह एक गंभीर अनियमितता है और इससे गरीब मरीजों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। विधायक ने सरकार से मांग की कि अस्पताल की लैब व्यवस्था को पारदर्शी बनाया जाए और बिचौलियों की भूमिका समाप्त की जाए। विधायक प्रदीप प्रसाद ने सरकार से अस्पताल की सभी बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करने, स्टाफ की नियुक्ति करने, मेडिकल उपकरणों की समय पर मरम्मत करवाने और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं, जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। विधायक ने चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया गया, तो जनता के साथ मिलकर आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने सरकार से इस दिशा में त्वरित कदम उठाने और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की अपील की।