आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का आज दूसरा दिन था। दूसरे दिन की शुरुआत में सभी स्वयंसेवक एकत्रित हुए और लक्ष्य गीत गाया। उसके बाद महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक सह राष्ट्रीय कैडेट कोर के लेफ्टिनेंट डॉ पंकज ने कैंप आयोजन के मोटिव के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि कम संसाधनों वाली प्रतिकूल स्थिति में कैसे रहते हैं यह कैंप में रह के ही समझा जा सकता है । जहां हम सभी मिलजुल कर एक परिवेश में रहते हैं। अपने उद्बोधन के दौरान उन्होंने स्वयंसेवकों से कई मुद्दे जैसे कि दहेज प्रथा, महिला सशक्तिकरण, विज्ञान, तकनीक, जंक फूड, स्वच्छ भारत, फिट इंडिया, इंसानियत और बच्चियों की शिक्षा जैसे मुद्दे को आम लोगों के बीच ले जाने को कहा ताकि

विकसित भारत : 2047 के लक्ष्य को पूरा कर सकें। कार्यक्रम पदाधिकारी डॉक्टर कृष्णा कुमार यादव के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना से कैरियर को कैसे संवारा जा सकता है पर प्रकाश डाला।उसके बाद सभी स्वयंसेवकों को एक कार्य दिया गया जिसमें ग्रुप डिस्कशन करना था। ग्रुप डिस्कशन का टॉपिक था कि कोरोना वायरस पे़डेमिक के दौरान शिक्षा व्यवस्था में क्या प्रभाव पड़ा। सभी स्वयंसेवकों ने ग्रुप डिस्कशन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।जिसके बाद स्वयं सेवक टोली वार गांव का पूर्व निर्धारित सर्वे का काम करने को निकले। इस अवसर वार्ड सदस्य समेत प्रत्यूष, अंकित, अमित, प्रियांशु, हिमांशु, तान्या, साक्षी, लक्ष्मी, श्रेया, शुभम, राहुल, एकता, पल्लवी, खुशी, मिलन, दिव्या, श्वेता, आलोक, मुस्कान, निशा, प्रिया, निधि, आयुष, नेहा, रक्षा, प्रीति, विश्वजीत, ऋतिक, फहीम, अंगद, कृष, लोकेश, नेहा, लक्ष्मी, निवेदिता, श्वेता, तनिष्का, आबूलेश, अंशु, आर्यन आदि स्वयंसेवक उपस्थित थे।