कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में फाइलेरिया मुक्ति अभियान की शुरुआत डीसी ने की 10 फरवरी से 25 फरवरी तक जिला में चलने वाले फाइलेरिया मुक्ति अभियान के शुभारंभ को लेकर सोमवार को शहर के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे उपायुक्त मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल एवं विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभुवन कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया।उपायुक्त ने फाइलेरिया मुक्ति अभियान के तहत दिए जाने वाली दवा का सेवन किया एवं मौजूद बच्चों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि फाइलेरिया बीमारी को जिला से मुक्त करने के लिए यह अभियान मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत सभी लोगों को दवा का सेवन करना है स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जो भी दिशा निर्देश दिया जा रहा है उसका अक्षरशः पालन करते हुए दवा का सेवन करना है।

फाइलेरिया मुख्यत मच्छर के काटने से होता है और इससे काफी लोग प्रभावित होते हैं अल्बेंडाजोल की गोली निश्चित ही इससे हम लोगों को मुक्ति दिलाएगी। साथ ही उपायुक्त ने एक फाइलेरिया मरीज के बीच एमएमडीपी किट वितरित किया। दवा का सेवन भूखे पेट में नही करना है, साथ ही एक वर्ष से छोटे बच्चें, गर्भवती महिलायें एवं गंभिर रुप से बीमार व्यक्तिओं को दवा का सेवन नहीं करना है।यदि दवा सेवन के बाद सरदर्द, उल्टी, बुखार, चक्कर या बदन दर्द जैसी परिशानियां होती है, तो यह फाईलेरिया संक्रमन का संकेत है, जो दवा सेवन के बाद आपके शरीर में मौजूद फाईलेरिया कृमि के मरने के कारण यह प्रतिक्रिया हुई थी। फाईलेरिया से बचाव हेतु अपने घर के आस-पास पानी जमा न होने दें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें एवं सरकार द्वारा वर्ष में एकबार MDA के दौरान खिलाई जाने वाली फाईलेरिया रोधी दवाओं का अवश्य सेवन करें।