सोमवार को देश की प्रथम नागरिक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रयागराज की पावन धरा पर कदम रखा। उनके स्वागत के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एयरपोर्ट पर मौजूद थे। यहां से दोनों संगम क्षेत्र की ओर बढ़े। राष्ट्रपति मुर्मु ने मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाई। यह ऐतिहासिक क्षण सनातन आस्था को एक नया आधार देने वाला था। संगम में स्नान के बाद, राष्ट्रपति ने अक्षयवट के दर्शन कर इसे अमरता का प्रतीक मानते हुए पूजा अर्चना की। इसके बाद बड़े हनुमान मंदिर पहुंचकर

उन्होंने पूजा अर्चना की और देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल को सराहा, जब उन्होंने डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का दौरा किया। यह केंद्र श्रद्धालुओं को महाकुंभ मेले का अनुभव तकनीकी माध्यमों से देने के लिए स्थापित किया गया है। राष्ट्रपति मुर्मु का यह ऐतिहासिक दौरा न केवल प्रयागराज, बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए एक प्रेरणा बन गया। शाम को, राष्ट्रपति प्रयागराज से नई दिल्ली के लिए रवाना हुईं, लेकिन इस यात्रा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व हमेशा याद रखा जाएगा।