रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने हमेशा समाज और उद्योग की दिशा को नई ऊंचाई दी। हालांकि, रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी दृष्टि और नेतृत्व का असर आज भी जारी है।अब, रतन टाटा के बेहद करीबी साथी, शांतनु नायडू, को एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। टाटा मोटर्स ने शांतनु को जनरल मैनेजर और स्ट्रेटजिक इनिशिएटिव्स के हेड के रूप में नियुक्त किया है। शांतनु ने खुद अपने लिंक्डइन पेज पर इस नई जिम्मेदारी की घोषणा की और लिखा कि वह टाटा मोटर्स में अपने नए सफर की शुरुआत कर रहे हैं।शांतनु का यह सफर बेहद खास है। उनके पिता, वेंकटेश नायडू, भी टाटा मोटर्स के कर्मचारी रह चुके हैं। और अब, शांति ने अपने पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए, इस प्रतिष्ठित कंपनी में बड़ी

जिम्मेदारी ली है।उन्होंने लिखा, ‘मुझे याद है जब मेरे पिता टाटा मोटर्स प्लांट से सफेद शर्ट और नेवी पैंट पहनकर घर आते थे, और मैं खिड़की पर उनका इंतजार करता था। अब ये चक्र पूरा हो गया है। रतन टाटा का निधन 9 अक्टूबर को हुआ था, और उनका योगदान हमेशा टाटा ग्रुप के साथ रहेगा। हालांकि अब नोएल टाटा के नेतृत्व में टाटा ट्रस्ट्स की जिम्मेदारी है, पर टाटा ग्रुप की नींव जो रतन टाटा ने रखी, वह आज भी मजबूत है।अब, टाटा मोटर्स के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, लेकिन कंपनी की दिशा में कोई बदलाव नहीं आया है। और अब शांतनु नायडू की नई जिम्मेदारी इस दिशा में एक नया अध्याय जोड़ने वाली है।