चंदनक्यारी एनजीटी, राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने नदियों से बालू का अवैध खनन पर पूरी तरह से रोक लगाया है। बावजूद अडिता पंचायत के गोवई नदी घाट से जमकर बालू उठाव और तस्करी बड़े पैमाने पर जारी है एनजीटी, राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने नदियों से बालू का अवैध खनन पर पूरी तरह से रोक लगाया है। बावजूद अदिता गोवाई नदी घाट से जमकर बालू तस्करी हो रही है। मानो विभाग ने गोवाई से अवैध बालू खनन व तस्करी के लिए खुली छूट दे रखी हो। नदी घाट से दिन हो या रात खुलेआम बालू का अवैध खनन कर पूरे चंदनक्यारी, चास में बेचा जा रहा है। बताते चले कि यहां अवैध बालू खनन कर क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में खपाने के लिए करीब 16 ट्रेक्टर दिन रात लगे होते हैं। खुले बाजार में गोवाई का बालू 3000-3500 रुपए प्रति ट्रेक्टर बेचा जाता है। इसके लिए बालू तस्करों का सेटिंग सभी थाना, ओपी से लेकर ऊपर तक होती है। ट्रैक्टर के माध्यम से दिन रात बालू अवैध तरीके से उठाव कर चास, मामा कुदर, बहादुरपुर, सीमाबाद, हबूली सहित क्षेत्र के विभिन्न हिस्सो में बेचा जाता है। वहीं अवैध बालू तस्करी से राज्य सरकार को काफी राजस्व की हानी प्रतिमाह उठानी पड़ रही है। अवैध उत्खनन को देखते हुए अडीता पंचायत के मुखिया कार्तिक रजवार एवं पंचायत समिति सदस्य सलमा खातून ने खनन विभाग , डी सी, एस डी ओ, एस पी को लिखित शिकायत दी है और कहा कि बरमसिया ओपी प्रभारी की मिलीभगत से यहां बालू का अवैध उत्खनन हो रहा है ओपी प्रभारी को एवं उच्च अधिकारी को फोन करने से फोन नहीं उठाते हैं बालू उत्खनन रोकने पर अभद्र व्यवहार एवं जान से मारने की धमकी देते हैं और पुलिस कभी कभार दिखावे के लिए छापेमारी कर अपना कर्तव्य निर्वहन कर लेती है
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