जदयू के सरकार में जदयू विधायक को नहीं मिला सदर अस्पताल में स्ट्रेचर हुई मौत, कैमूर पहुंचे बिहार बसपा प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने एनडीए सरकार पर भ्रष्टाचारी और लापरवाही का लगाया आरोप एंकर—: खबर कैमूर से बड़ी खबर है कि जहां जदयू के सरकार में जदयू विधायक को नहीं मिला भभुआ सदर अस्पताल में स्ट्रक्चर हुई मौत, वहीं आज मौत की सूचना पर परिजनों से मिलने पहुंचे कैमूर पहुंचे बिहार बसपा प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने एनडीए सरकार पर भ्रष्टाचारी और उनके सरकार में हो रहा लापरवाही का लगाया आरोप. बता दें कि बीते 22 जनवरी को भभुआ भभुआ के पूर्व विधायक एवं जदयू जिलाध्यक्ष डॉ प्रमोद कुमार सिंह का हार्ड अटैक से मौत हो गया है, जिसकी सूचना पर आज कैमूर दिवंगत के परिजनों से मिलने पहुंचे बिहार बसपा प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने परिजनों को सांत्वना दिया और भभुआ जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल के आवास पर प्रेसवार्ता किए. वहीं अनिल कुमार ने बताया कि आज मैं डॉ प्रमोद कुमार सिंह के परिजनों से मिला जहां उनके द्वारा बताया गया कि जब डॉ प्रमोद कुमार सिंह का तबियत बिगड़ा तो उन्हें आनन फानन में इलाज के लिए भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया जहां हार्ड अटैक के मरीज को ले जाने के लिए स्ट्रेक्चर भी नहीं मिला उन्हें व्हील चेयर दिया गया जिसका पावदान टूटा हुआ था जिस कारण दिवंगत का पैर घसीटताते रहा, जो कि बहुत शर्म की बात है. क्योंकि डॉ प्रमोद सिंह अपने भभुआ विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके थे

और जदयू के जिलाध्यक्ष भी थे उसके बावजूद भी उन्हें बिहार में जदयू के सरकार में भी अपने ही क्षेत्र के अस्पताल में एक स्ट्रेक्चर नहीं मिला, अब सोचने वाली बात यह है कि जब एक विधायक के साथ अस्पताल का ऐसा व्यवहार रहा तो आम जनता का क्या हाल होता होगा और उनका कैसे इलाज होता होगा. क्योंकि एनडीए सरकार कहता है कि बिहार में शिक्षा स्वास्थ सहित सभी योजनाओं का सुविधा दिया गया है, लेकिन आप देख सकते हैं कि बिहार के शाहाबाद क्षेत्र में एक भी ऐसा अस्पताल नहीं है जहां यहां के स्थानीय लोगों का इलाज हो सके यही कारण है कि इस क्षेत्र के लोगों को बनारस या दिल्ली जाकर इलाज कराना पड़ता है जिस कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में बैठ कर कहते हैं कि पीएमसीएच में 10 हजार बेड का व्यवस्था कराएंगे. हालांकि इस सरकार में हम कैमूर के लिए चिंतित हैं कि एक विधायक को सदर अस्पताल में स्ट्रक्चर नहीं मिला लोग किसी तरह उन्हें खींच टांग कर बेड पर ले गए, जो काफी शर्मसार है इसको लेकर मैं सदन में आवाज उठाऊंगा और ऐसे विभाग के अधिकारियों पर जांच कराने के बाद उनपर कार्यवाही कराऊंगा, यही नहीं सरकार कहता है कि बिहार एक डिजिटल बिहार है लेकिन कैमूर का अधौरा क्षेत्र आज भी सड़क पानी विद्यालय और अस्पताल के लिए तड़प रहा है. उन्होंने आगे कहा कि इस बार 2025 विधानसभा चुनाव में बसपा पूर्ण बहुमत के साथ बिहार में 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा और जीत भी हासिल करके दिखाएगा, क्योंकि यहां भ्रष्टाचारियों की सरकार चल रहा है जिसे जड़ से उखाड़ फेंका जाएगा।