नवादा में अज्ञात तेज रफ्तार वाहन के चपेट में एक चौकीदार आ गया , जिससे वे बुरी तरह जख्मी हो गया। इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया ,जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गयी . परिजनों ने कहा सरकारी सदर अस्पताल में बेहतर इलाज की व्यवस्था नहीं रहने के कारण जान चली गई है . बताया कि जख्मी का इलाज के दौरान नवादा सदर अस्पताल के डॉक्टर ने एक दवा लाने को कहा, लेकिन पूरे नवादा के केमिस्ट दुकानों का खाक छानते रह पर नहीं मिली दवाई और अंततः मौत हो गयी . बता दें कि नवादा जिले के रोह प्रखंड के रूपौ गांव में एक दर्दनाक घटना हुई है. घटना रविवार की रात्रि में उस वक्त हुई, जब ड्यूटी पर जा रहे 55 वर्षीय चौकीदार बनवारी पासवान पिता स्व.तेतर पासवान को एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी. गंभीर रूप से घायल बनवारी को पहले रोह अस्पताल और फिर नवादा रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मृतक के साले विनय पासवान ने आरोप लगाया है कि नवादा अस्पताल में डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवा रात में कहीं भी उपलब्ध नहीं थी, जिसके कारण उनके जीजा की जान चली गई.

उन्होंने कहा डॉक्टर ने ट्रायपिल दवा लिखी थी, लेकिन पूरे नवादा में कोई मेडिकल दुकान खुली नहीं थी. सरकारी अस्पताल में भी दवा की कमी थी. विनय पासवान ने यह भी कहा कि नवादा में रात में दवा मिलना बहुत मुश्किल है, क्योंकि रात में अधिकांश मेडिकल स्टोर बंद रहते हैं। इस समस्या के कारण कई बार लोगों की जान चली जाती है. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. चौकीदार को ड्यूटी जाने के क्रम में अज्ञात वाहन से दुर्घटना हो गया ,जिसका इलाज के क्रम में सदर अस्पताल नवादा में मौत हो गया है .शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया . किस वाहन से दुर्घटना हुई पता नहीं चल सका है. पुलिस अग्रेतर कार्रवाई कर रही है .- विनय कुमार थाना अध्यक्ष प्रस्तुत है नवादा से आलोक वर्मा की रिपोर्ट।