
पाकुड़ वन प्रमंडल में पहली बार एशियन वॉटर बर्ड सेंसस का आयोजन किया गया, उक्त आयोजन पक्षी विशेषज्ञों के नेतृत्व में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह ऐतिहासिक पहल पाकुड़ वन प्रमंडल पदाधिकारी सौरभ चंद्रा के निर्देशानुसार पक्षी विशेषज्ञ दशरथ ठाकुर, संजय खाखा, अविनाश कुमार और जिब्रान अली के द्वारा किया गया है। सर्वेक्षण 16 और 17 जनवरी 2025 को पाकुड़ वन प्रमंडल के विभिन्न प्रमुख वेटलैंड्स और जलाशयों में आयोजित किया गया। इनमें पत्थरघट्टा नसीरपुर, मालीपाड़ा, निहारपाड़ा, सोहूबिल तालाब, सलगापाड़ा डैम, देवीपुर तालाब, दुर्गापुर डैमऔर सिमलॉन्ग माइनिंग लेक शामिल हैं। सबसे अधिक संख्या में लेसर व्हिस्लिंग डक (2320) देखे गए। इसके अतिरिक्त लिटिल ग्रेब, कैटल ईग्रेट, इंडियन पौंड हेरोन, लार्ज ईग्रेट, मेडियन ईग्रेट, ब्लैक शोल्डर्ड काइट, कॉमन मूरहेन, कॉमन सैंडपाइपर, और एशियन ओपनबिल स्टार्क जैसी प्रजातियाँ भी पाई गईं।