आसनसोल के गोधूली स्थित घनश्याम अपार्टमेंट में आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी के आवासीय कार्यालय में कल्चरल एंड लिटरेरी फोरम के तरफ से पत्रकारों के साथ पीठा पूरी उत्सव मनाया गया। मौके पर कल्चरल एंड लिटरेरी फोरम अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने घोषणा किया कि कल्चरल एंड लिटरेरी फोरम आगामी 4 से 7 फरवरी तक आसनसोल के रवींद्र भवन में सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन करेगा। इसके साथ ही यहां पर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का भी आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि इस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भारत के अलावा नेपाल से भी फिल्में प्रदर्शित की जाएगी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हालिया स्थिति को देखते हुए इस बार बांग्लादेश की फिल्मों को फिल्म फेस्टिवल में जगह नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि इस फिल्म फेस्टिवल में कुल 11 फीचर फिल्में और पश्चिम बर्दवान जिला में जो डॉक्यूमेंट्री और शॉर्ट फिल्मों को लेकर काम करते हैं उनकी फिल्मों को प्रदर्शित किया जाएगा। कुल 36 फिल्मों का प्रदर्शन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में होगा। इसके साथ ही ऑडिटोरियम के बाहर मंच बनाकर रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। जहां पर इस क्षेत्र के कलाकारों को एक मंच प्रदान किया जाएगा।

ताकि वह अपनी कला को लोगों के सामने प्रदर्शित कर सके। जितेंद्र तिवारी ने कहा के जो फिल्म फेस्टिवल होगा। वह सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा और यहां पर उच्च कोटी की फिल्मों का प्रदर्शन होगा। यहां पर तपन सिन्हा से लेकर सभी उत्कृष्ट फिल्म निर्देशकों की फिल्मों का प्रदर्शन होगा। उन्होंने कहा कि यहां पर किसी भी राजनीतिक आदर्श को हावी होने नहीं दिया जाएगा। कोई किसी भी राजनीतिक आदर्श से जुड़ा हो सकता है। लेकिन यह एक सांस्कृतिक मंच है। जहां पर सभी को बुलाया जाएगा और यहां पर सभी का स्वागत है। उन्होंने कहा कि क्योंकि रविंद्र भवन में सीमित जगह है इसलिए यहां पर पास के जरिए प्रवेश होगा और आने वाले दिनों में कल्चरल एंड लिटरेरी फोरम के सदस्यों द्वारा लोगों तक पास पहुंचाने का इंतजाम किया जाएगा। जितेंद्र तिवारी ने कहा कि आज के इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को बुलाने का मकसद आसनसोल की जनता को यह जानकारी प्रदान करना है कि 4 फरवरी से 7 फरवरी तक रवींद्र भवन में कल्चरल एंड लिटरेरी फोरम द्वारा आसनसोल सांस्कृतिक उत्सव तथा फिल्म फेस्टिवल का आयोजन होगा और आज इसका पोस्टर भी लॉन्च किया गया। उन्होंने आशा जताई कि यह एक सांस्कृतिक आयोजन है इसमें स्थानीय प्रशासन का भी उनको सहयोग मिलेगा।